
जालंधर, 11 अप्रैल (धर्मेंद्र सौंधी) : हंसराज महिला महाविद्यालय, जालंधर के स्नातकोत्तर हिन्दी विभाग की ओर से प्राचार्या प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन के दिशा-निर्देशन अधीन हिन्दी के क्षेत्र में रोजगार की संभावनाएं विषय पर विस्तारक संभाषण का आयोजन किया गया जिसमें मुख्यातिथि के रूप में गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर से हिन्दी विभागाध्यक्ष व डीन भाषा संकाय, अध्यक्ष अखिल भारतीय साहित्य परिषद, पंजाब से डॉ. सुनील कुमार उपस्थित रहे। सर्वप्रथम संभाषण का शुभारंभ ज्ञानात्मक ज्योति प्रज्जवलन कर एवं कालेज परंपरानुसार ग्रीन प्लांटर व स्मृति चिन्ह भेंट कर किया गया।
इस अवसर पर डॉ. सुनील कुमार ने छात्राओं को हिन्दी के विस्तृत क्षेत्र से अवगत करवाते हुए कहा कि साहित्य हमें जीवन से जोड़ता है एवं जो सबका हित करता है वही वास्तव में साहित्य है। हिन्दी केवल भाषा ही नहीं, एक संस्कृति है जिसमें हिन्दुस्तान समाया है। बिना हिन्दी के हिन्दुस्तान की कल्पना असंभव है। उन्होंने हिन्दी के क्षेत्र में विस्तृत भविष्य की जानकारी देते बताया कि अध्यापन के क्षेत्र में, प्रतियोगी परीक्षाओं में. विज्ञापन लेखन, समाचार पत्र लेखन, पटकथा लेखन, अनुवाद कार्य इत्यादि अनेकानेक ऐसे क्षेत्र हैं जो आपके उज्जवल भविष्य के निर्माता हैं। आज का युग बाजारवाद का युग है।
आप ऑनलाइन माध्यमों से अपना भविष्य उज्जवल बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि हिन्दी वास्तव में मजबूरी की नहीं बल्कि मजबूती की भाषा है। हिन्दी आपके रास्ते में कभी भी बाधक नहीं है बल्कि आपको उत्साहित व प्रोत्साहित करती है। आप अपना स्वतंत्र लेखन कर अपना नवमार्ग निर्मित कर सकते हैं। उन्होंने छात्राओं को शिक्षित करते कहा कि अपना सिर किताबों पर झुकाए तो ताउम्र यह किताबें आपका सिर झुकने नहीं देंगी। प्राचार्या डॉ. सरीन ने अपने वक्तव्य में मुख्यातिथि डॉ. सुनील कुमार का कालेज प्रांगण में अभिनंदन किया एवं कहा कि निश्चय ही आपके ज्ञान के माध्यम से आज हमारे छात्र लाभान्वित होंगे।
वह अपने भविष्य के नवमार्ग की ओर अग्रसर होकर अपने उज्जवल भविष्य का निर्माण करने में सक्षम बनेंगे। उन्होंने इस अवसर पर सम्पूर्ण आयोजन हेतु विभागाध्यक्षा डॉ. ज्योति गोगिया, विभागीय सदस्य श्रीमती पवन कुमारी व डॉ. दीप्ति धीर को बधाई दी। इस अवसर पर हिन्दी भाषा को समर्पित नुक्कड़ नाटक भी प्रस्तुत किया गया। छात्राओं द्वारा कविता लेखन व समाचार पत्र निर्माण प्रतियोगिताओं में उत्साहपूर्ण भाग लिया गया। जिसमें दामिनी, रोहिणी, सन्ना, नवनीत ने प्रथम, द्वितीय स्थान प्राप्त कर स्वयं की प्रतिभा का परिचय दिया। मंच संचालन डॉ. ज्योति गोगिया ने किया। अंत में श्रीमती पवन कुमारी द्वारा आभार व्यक्त कर समागम का सफलतापूर्वक समापन किया गया।