जालंधर, 04 अप्रैल (धर्मेंद्र सौंधी) : हंस राज महिला महाविद्यालय के गणित के पीजी विभाग ने प्राचार्य प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन के कुशल मार्गदर्शन में “गणितीय और अनुप्रयुक्त विज्ञान में हालिया प्रगति” पर एक दिवसीय डीबीटी प्रायोजित राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया। सम्मेलन का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर व ईश्वर के आशीर्वाद से किया गया। सम्मेलन के मुख्य अतिथि प्रो. एस.के. तोमर, कुलपति जे.सी. बोस विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद। विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर रोमेश कुमार, प्रोफेसर, जम्मू विश्वविद्यालय, डॉ. जतिंदर सिंह, एसोसिएट प्रोफेसर, गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर, सेवानिवृत्त थे। प्रो. सुनीता गक्खर, प्रो. आईआईटी, रुड़की। प्राचार्या प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन ने प्लांटर्स व मोमेंटो देकर उनका स्वागत किया। विभागाध्यक्ष व संयोजक डॉ. गगनदीप ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए डीएवी कॉलेज प्रबंध समिति को निरंतर मार्गदर्शन व सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।
उन्होंने सम्मेलन का एक संक्षिप्त परिचय और अवधारणा नोट दिया और कहा कि गणितीय दुनिया में दो नकारात्मक गुणनात्मक होकर सकारात्मक हो जाते हैं और इस प्रकार हमें नकारात्मकता से सकारात्मकता की ओर ले जाते हैं। प्राचार्य प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन ने सभी रिसोर्स पर्सन, पेपर प्रेजेंटर्स, प्रतिनिधियों और प्रतिभागियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि सकारात्मक माहौल बनाए रखने के लिए समय-समय पर ऐसे सम्मेलनों के आयोजन की आवश्यकता है। आज का सम्मेलन भी उसी दिशा में एक प्रयास है। उन्होंने इस सम्मेलन के आयोजन के लिए गणित विभाग को बधाई दी। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों की राय सुनने से विद्यार्थियों का ज्ञान कई गुना बढ़ जाएगा। मुख्य वक्ता प्रो. एस.के. तोमर ने “विज्ञान और इंजीनियरिंग में गणित के अनुप्रयोग” विषय पर अपनी प्रस्तुति दी। उन्होंने इस क्षेत्र में अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि हमें अपना काम पूरी ईमानदारी और लगन से करना चाहिए। यही हमारा देश के प्रति सच्चा प्यार है। समानांतर तकनीकी सत्रों में प्रो. रोमेश कुमार, डॉ. जतिंदर सिंह और सेवानिवृत्त प्रो. सुनीता गक्खर ने अपने विचार प्रस्तुत किए और छात्रों को लाभान्वित किया। 37 शोधार्थियों ने अपने शोध पत्रों के माध्यम से अपने विचार प्रस्तुत किए। प्रतिभागियों की कुल संख्या 82 थी। सर्वश्रेष्ठ पेपर पुरस्कार डॉ. अमित पॉल, डॉ. शालू शर्मा और सुश्री युगंता यादव को प्रदान किए गए। समापन सत्र के दौरान विभागाध्यक्ष डॉ. गगनदीप ने धन्यवाद ज्ञापन किया। सभी पेपर प्रस्तुतकर्ताओं और प्रतिनिधियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। मंच संचालन डॉ अंजना भाटिया ने किया। इस अवसर पर डॉ. दीपाली, डॉ. गौरव वर्मा, श्रीमती कोमल एवं सुश्री चरण भी उपस्थित थीं।