जालंधर, 01 फरवरी (कबीर सौंधी) : अकाली दल एक और झटका लगा है। पूर्व सीनियर डिप्टी कमलजीत सिंह भाटिया ने अपने साथियों सहित अकाली दल से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने 36 वर्ष से पार्टी में बतौर वफादार सिपाही के तौर पर काम किया है। कमलजीत भाटिया 4 बार कौंसलर के इलेक्शन जीत चुके हैं। बता दें कि कमलजीत सिंह भाटिया 1997 से लगातार अकाली दल के लिए सेवा निभा रहे थे। लेकिन उन्होंने कहा कि पार्टी हमेशा सुख-दुख में साथी होता है। बीते चुनावो में पार्टी ने मेरे को टिकट न देकर इग्नोर किया है। पार्टी ने हारने के बाद भी अपने वर्करों को पूछा तक नही। कुछ लीडरों को जरूर पूछा गया। लेकिन मेरे को आज तक एक बार भी किसी ने यह पूछना भी सम्भव नही समझा की पार्टी को आगे कैसे किया जाए।
आज कुल 51 सदस्य पार्टी को अलविदा कह रहे है। जिसमे महिला विंग की सदस्य भी साथ मे है। हमेशा हमने समाज व पार्टी की सेवा की है। आगे भी समाज की सेवा हर वक्त करता रहूंगा। कमलजीत सिंह भाटिया ने कहा कि आने वाले समय मे चुनाव भी जरूर लड़ूंगा। अभी किसी पार्टी में जाने के लिए कुछ ऐसा सोचा नहीं है। आज से मैं आजाद हो गए है। अब मैं आजाद ही चुनाव लड़ूंगा। चुनाव होने के बाद कई बार पार्टी के प्रधान सुखबीर सिंह बादल जालंधर आये है। लेकिन तब भी प्रधान को समझ नहीं आई कि अब पार्टी के प्रधान के साथ चंद लोग ही रह गए है।
जिसके चलते कमलजीत सिंह भाटिया, जसपाल कौर भाटिया, मनजीत कौर गुलाटी, मनजिंदर कौर भाटिया, बलबीर कौर, जसविंदर कौर बांसल, रूपिंदर कौर, डेजी अरोड़ा, कवलजीत कौर, परमजीत कौर, बलविंदर कौर, इंदरजीत कौर, रेशम कौर, हरनीत कौर, रविंदर कौर, रमिंदर कौर गुलाटी, शमा सहगल, अमृतपाल सिंह भाटिया, दर्शन सिंह गुलाटी , मनप्रीत सिंह भाटिया, जसबीर सिंह, अश्वनी कुमार, सुरजीत सिंह गुलाटी, नरिंदर सिंह चीमा, हरविंदर सिंह भाटिया, बलविंदर सिंह ग्रीनलैंड, सलिल घई, रमनीक रोहेवाल, मनमिंदर सिंह भाटिया, लखविंदर सिंह गुलाटी, हरप्रीत सिंह भाटिया, नवनीत सिंह भाटिया, भूपिंदर सिंह लक्की, हरप्रीत सिंह गांधी, जतिंदर सिंह बांसल, हरजीत सिंह कालड़ा, अमित चावला, अमनदीप सिंह, महिंदर पाल निक्का, गौरव अरोड़ा, गुरदीप सिंह बवेजा, बलविंदर सिंह लाहौरिया, रणदीप सिंह राणा, गौरव अरोड़ा, मनप्रीत सिंह पदाधिकारी पार्टी की प्राथमिक मेंबरशिप से इस्तीफा दे रहे हैं।