दिल्ली, 06 सितंबर (ब्यूरो) : स्पेशल प्रोटेक्शन फोर्स (SPG) के डायरेक्टर अरुण कुमार सिन्हा का बुधवार को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। लीवर में परेशानी के चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह 61 साल के थे। 1988 बैच के केरल कैडर के आईपीएस अधिकारी को हाल ही में सेवा में एक साल का विस्तार दिया गया था। वह 2016 से ही एसपीजी डायरेक्टर के पद पर थे। वह 1987 के केरल कैडर के आईपीएस अधिकारी थे, जो प्रधानमंत्री की सुरक्षा विंग के प्रभारी थे।
अरुण कुमार सिन्हा, झारखंड के हजारीबाग जिले के रहने वाले थे। उनके पिता का नाम स्वर्गीय महेंद्र प्रसाद जो भारतीय सेना में थे. उन्होंने हिंदू स्कूल हजारीबाग से स्कूल की शिक्षा प्राप्त की थी. संत कोलंबस कॉलेज हजारीबाग से बीएससी जंतु शास्त्र विषय में वर्ष 1987 में भारतीय पुलिस सेवा में चयनित हुए और इनको केरल कैडर आवंटित हुआ था।
शुरुआत में केरल के दो तीन जिलों में आरक्षी अधीक्षक एवं त्रिवेंद्रम और कोचिंग के पुलिस कमिश्नर भी रहे। उसके बाद डीआईजी- आईजी के रूप में भी काम किया. वर्ष 2009 से 2014 तक बीएसएफ में आईजी के रूप में गुजरात फ्रंटियर में पदस्थापित रहे, फिर केरल वापस आए और 2016 तक एडीजी के रूप में काम किया। उन्होंने प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को ई-मेल से जान से मारने की धमकी और लेटर बम कांड जैसे महत्वपूर्ण मामलों को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई थी। सिन्हा को सराहनीय सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक भी मिल चुका हैं।