चंडीगढ़, 10 अगस्त (ब्यूरो) : पंजाब में NHAI (राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) के एक बड़े प्रोजेक्ट के रद्द होने पर कांग्रेस नेता और पंजाब के परिवहन मंत्री राजा वारिंग ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि इस फैसले से राज्य के विकास को गंभीर धक्का लगा है और यह निर्णय राज्य के हितों के खिलाफ है। उन्होंने इस मुद्दे पर केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार को ऐसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स के प्रति गंभीरता से विचार करना चाहिए था।
राजा वारिंग ने किसानों के मुद्दे पर भी अपनी राय रखते हुए कहा कि किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जा सकती। उन्होंने जोर देकर कहा कि किसानों को केंद्र सरकार को कोई भी ऐसा बहाना नहीं देना चाहिए जिससे उनके आंदोलन को बदनाम किया जा सके या उनकी मांगों को अनदेखा किया जा सके। वारिंग ने कहा कि किसान आंदोलन देश का सबसे बड़ा और सबसे महत्वपूर्ण जन आंदोलन है, और इसे किसी भी प्रकार की हिंसा या अव्यवस्था से दूर रहकर ही सफलता मिल सकती है।
किसानों की ओर से किए जा रहे संघर्ष को समर्थन देते हुए वारिंग ने कहा कि यह आंदोलन न केवल किसानों के अधिकारों के लिए बल्कि पूरे देश के अन्नदाताओं के लिए है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को इस आंदोलन को गंभीरता से लेना चाहिए और किसानों की मांगों को तुरंत मानना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि किसानों को किसी भी प्रकार के भड़कावे या उकसावे से बचना चाहिए, क्योंकि इससे आंदोलन की विश्वसनीयता पर आंच आ सकती है।
इसी बीच, विनेश फोगाट और अन्य पहलवानों द्वारा भाजपा नेता मनीष सिसौदिया की जमानत पर की गई टिप्पणी पर भी राजा वारिंग ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि विनेश फोगाट का बयान पूरी तरह से तर्कसंगत और संवेदनशील है, क्योंकि इसमें देश के करोड़ों लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखा गया है। उन्होंने कहा कि किसी भी राजनेता या नेता को अपने कार्यों के लिए जिम्मेदारी लेनी चाहिए और अगर उन्होंने कुछ गलत किया है तो उन्हें कानून का सामना करना चाहिए।
राजा वारिंग ने जोर देकर कहा कि मनीष सिसौदिया के मामले में जो भी कानूनी प्रक्रिया चल रही है, उसे पूरी पारदर्शिता के साथ अंजाम दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश की न्याय प्रणाली पर सभी को विश्वास रखना चाहिए और किसी भी प्रकार की अराजकता या असंवेदनशीलता को बढ़ावा नहीं देना चाहिए। वारिंग ने यह भी कहा कि सिसौदिया का मामला राजनीतिक दबाव का नहीं बल्कि कानूनी प्रक्रिया का हिस्सा है, और इस पर कोई भी टिप्पणी संवेदनशीलता और जिम्मेदारी के साथ की जानी चाहिए।
राजा वारिंग ने विनेश फोगाट के बयान को लेकर कहा कि यह बयान किसी भी राजनीतिक दल या व्यक्ति के खिलाफ नहीं है, बल्कि यह बयान देश के करोड़ों लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखकर दिया गया है। उन्होंने कहा कि विनेश फोगाट और अन्य पहलवान देश के गौरव हैं और उनके विचारों का सम्मान किया जाना चाहिए।
राजा वारिंग ने देश में बढ़ते राजनीतिक दबाव और असंतोष पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि देश की राजनीति को पारदर्शिता, ईमानदारी और न्याय के आधार पर चलाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों को अपने स्वार्थ से ऊपर उठकर देश और जनता के हित में काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की अनियमितता, भ्रष्टाचार या असंवेदनशीलता को देश की जनता अब बर्दाश्त नहीं करेगी।
अंत में, राजा वारिंग ने कहा कि पंजाब और देश के अन्य हिस्सों में जो भी विकास कार्य हो रहे हैं, उन्हें समय पर पूरा किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि विकास परियोजनाओं में किसी भी प्रकार की देरी से जनता को नुकसान हो सकता है और इससे राज्य के विकास पर भी असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि एनएचएआई प्रोजेक्ट का रद्द होना राज्य के लिए एक बड़ा झटका है और इसे फिर से बहाल करने के लिए सरकार को तुरंत कदम उठाने चाहिए।