पंजाब, 19 नवंबर (ब्यूरो) : क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 का फाइनल आज गुजरात के अहमदाबाद में नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा दोपहर 2:00 बजे शुरू होने वाले इस मैच को लेकर पिछले एक सप्ताह से सट्टा बाजार पूरी तरह गर्माया हुआ है।
अगर सट्टे बाजार के भाव की बात करें तो भारत की जीत का भाव 45 पैसे है और ऑस्ट्रेलिया की जीत का भाव 57 पैसे रखा गया है। दुनिया भर में इस समय वर्ल्ड कप फाइनल मैच पर एक लाख करोड़ से ज्यादा का सट्टा लग चुका है।
सट्टेबाजी का रोमांस इस कदर लोगों के सर चढ़ा हुआ है कि मैच की टॉस से लेकर अंतिम गेंद तक का सट्टा चल रहा है। सट्टेबाजों की माने तो इस मैच को लेकर दुनिया भर में सट्टे बाजार एक्टिव हो चुके हैं और लोगों में इस मैच का क्रेज सर चढ़कर बोल रहा है।
बात अगर भारत में चल रहे सट्टे बाजार की करें तो इसमें सबसे अधिक एक्टिव दाऊद गैंग चल रहा है। इसके अलावा दाऊद गैंग के अधीन देश में काम करने वाले बड़े सट्टेबाज विभिन्न गेमिंग एप्स के जरिए सट्टेबाजारी को प्रमोट कर रहे हैं। जिसमें हजारों करोड़ों रुपए का गोलमाल हो रहा है।
महादेव एप का पकड़े जाना इसका महज़ एक फ़ीसदी हिस्सा है। ऐसी अनेकों एप्स चल रहीं हैं , जिनके जरिए विदेशों में बैठे दाऊद गैंग व अन्य गुंडों के गुर्गे दुनिया भर में सट्टा कारोबार चल रहे हैं।
ऐसे में आर्थिक जगत से जुड़े लोग भारत सरकार से यह भी मांग कर रहे हैं कि भारत को सट्टा कारोबार लीगल कर देना चाहिए ताकि जो करोड़ों रुपए विदेशों में बैठे अपराधिक तत्वों के हाथों में जाते हैं वो देश में राजस्व के तौर पर खजाने में जाएं।
ऐसा नहीं है कि भारत सरकार सट्टेबाजों को रोकने में नाकाम है। देशभर में विभिन्न राज्यों की पुलिस द्वारा लगातार सट्टेबाजों पर कार्रवाई होती रही है। महादेव एप का पकड़े जाना और इसके जरिए सैंकड़ों करोड रुपए का घोटाला सामने आना इसका एक सबूत है।
लेकिन जरूरत यह है कि पुलिस छोटे शहरों से लेकर बड़े महानगरों में फैले सट्टा बाजार के इस जाल को बड़ी योजनाबंदी करके काबू करे और सट्टेबाजारी के जरिए लोगों की हो रही लूट को रोका जाए।
वैसे यह बात भी किसी से छिपी नहीं है कि इस सट्टेबाजी के गोरखधंधे में महज़ अपराधी ही शामिल नहीं हैं बल्कि कई नेता और बड़े अधिकारी भी इस सट्टेबाजारी के गोरखधंधे को संरक्षण देते दिखाई दिए हैं। जरूरत है कि केंद्रीय स्तर पर टीम में गठित करके इस सट्टेबाजारी के अवैध नेटवर्क को तोड़ा जाए।