चंडीगढ़, 27 जून (ब्यूरो) : भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार पंजाब के आइएएस अधिकारी संजय पोपली के बेटे 26 वर्षीय कार्तिक पोपली का आज परिवार की सहमति के बाद पीजीआई में डॉक्टरों के पैनल द्वारा किया जाएगा। हालांकि इससे पहले पोस्टमार्टम प्रक्रिया आज होगी या नहीं यह साफ नहीं हो पा रहा था। दरअसल, संजय पोपली और उनकी पत्नी पोपली ने विजिलेंस टीम पर बेटे की हत्या का आरोप लगाया।
अफसरों पर FIR दर्ज करने पर अड़ी मृतक की मां
कार्तिक की मां पोपली पंजाब विजिलेंस अफसरों पर एफआइआर दर्ज करने पर अड़ी। उनका कहना है कि जब तक बेटे को गोली मरने वाले अफसर सहित टीम पर एफआइआर नहीं दर्ज होगी, तब तक शव का पोस्टमार्टम नहीं करवाएंगे। कार्तिक पोपली के शव को पोस्टमार्टम के लिए जीएमएसएच-16 में रखा गया है।
कार्तिक ने लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को मारी थी गोली
बता दें कि कार्तिक ने शनिवार को विजिलेंस टीम के सामने सेक्टर-11 स्थित कोठी पर लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली थी। कार्तिक को इलाज के लिए पीजीआइ ले जाया गया था, जहां उसकी मौत हो गई थी। वहीं, संजय पोपली को देर रात जीएमसीएच-32 से करीब 3 बजे डिस्चार्ज कर दिया गया था। जीएमसीएच-32 में आइएएस संजय पोपली को सबसे पहले इमरजेंसी वार्ड उसके बाद साइकेट्रिक और मेडिसिन विभाग में ले जाया गया।
अस्पताल से डिस्चार्ज कराकर मजिस्ट्रेट ने संजय पोपली को न्यायिक हिरासत में भेजा
पांच से छह घंटे तक जीएमसीएच-32 में इधर-उधर मेडिकल चेकअप कराने के बाद विजिलेंस की टीम आइएएस संजय पोपली को अस्पताल से डिस्चार्ज करा कर साथ ले गई। विजिलेंस ने संजय पोपली को रात को ही ड्यूटी मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया। हालांकि विजिलेंस ने उसके रिमांड की मांग नहीं की। इस पर मजिस्ट्रेट ने संजय पोपली को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।