जालंधर, 27 दिसंबर (धर्मेंद्र सौंधी) : हंस राज महिला महाविद्यालय जालंधर में सात दिवसीय विशेष एनएसएस शिविर का समापन सत्र आयोजित किया गया। इस समापन दिवस पर, प्रमाण पत्र और पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन मेहनती प्राचार्य प्रोफेसर डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन के नेतृत्व और कुशल मार्गदर्शन में किया गया। गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर के शारीरिक शिक्षा विभाग के प्रमुख और युवा कल्याण निदेशक डॉ. अमनदीप सिंह मुख्य अतिथि थे और गांव गिलान की सरपंच बलविंदर कौर इस अवसर की सम्मानित अतिथि थीं। शिविर के अंतिम दिन की शुरूआत मुख्य अतिथि द्वारा पवित्र शिविर प्रज्जवलन के साथ हुई। श्रीमती नवरूप, डीन युवा कल्याण और एनएसएस सलाहकार डॉ. अंजना भाटिया ने अतिथियों का स्वागत ग्रीन प्लांटर्स और पारंपरिक कपड़े “फुलकारी” से किया। डीएवी गान के बाद, मुख्य अतिथि डॉ. अमनदीप सिंह ने स्वयंसेवकों द्वारा किए गए सामाजिक कार्यों की प्रशंसा की। इस शिविर में उन्हें अव्यक्त क्षमता की खोज करके नेतृत्व के गुण विकसित करने के लिए प्रेरित किया गया। उन्होंने शिक्षा के मूल्य, मानव होने के महत्व और मानव और पशु जीवन के बीच अंतर पर ध्यान केंद्रित किया। इसके अलावा, उन्होंने एक प्रेरक पंजाबी कविता “नौजवान नु वंगार” भी प्रस्तुत की। इसके बाद सरपंच बलविंदर कौर ने अपने शैक्षणिक और व्यावसायिक जीवन को सभी के साथ साझा किया। उन्होंने युवाओं को राष्ट्रीय विकास की प्रक्रिया में उत्साहपूर्वक भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया और उन्होंने महिला सशक्तिकरण जैसे प्रमुख मुद्दों पर भी जोर दिया। कार्यक्रम समन्वयक डॉ. वीना अरोड़ा ने शिविर की रिपोर्ट प्रस्तुत की और कहा कि इस शिविर के दौरान एनएसएस स्वयंसेवकों ने “स्वच्छ भारत अभियान” के तहत विभिन्न स्वच्छता कार्य किए।
उन्होंने पेड़ों के तनों पर सफेदी की, प्रेरक नारे लिखे, नशामुक्ति रैली निकाली और गांव गिलान में पौधे लगाए, लोगों को स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों आदि के बारे में जागरूक किया। इस समापन दिवस पर, स्वयंसेवकों ने बेस्ट आउट ऑफ द वेस्ट प्रतियोगिता में डायरी लेखन में भाग लिया। तथा शिविर के अपने अनुभवों को पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुत किया। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने देशभक्ति गीत गाकर सभी में जोश भर दिया। इस दिन शिविर के दौरान समाज के प्रति अपनी निस्वार्थ सेवा प्रदान करने के लिए एनएसएस स्वयंसेवकों को मुख्य अतिथि द्वारा प्रमाण पत्र और पुरस्कार से सम्मानित किया गया। श्रीमती नवरूप, डीन युवा कल्याण ने एक पंजाबी कविता के साथ स्वयंसेवकों को प्रेरित किया। एनएसएस सलाहकार डॉ. अंजना भाटिया ने विद्यार्थियों को एनएसएस कार्यक्रम के लिए प्रेरित किया। दिन के अंत में, कार्यक्रम समन्वयक सुश्री हरमनु पॉल ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया और सभी एनएसएस स्वयंसेवकों को इस भावना को आगे भी ऊंचा रखने का सुझाव दिया। इस अवसर पर मंच का संचालन हिंदी विभाग की डॉ. ज्योति गोगिया ने किया। इस अवसर पर शिक्षण स्टाफ से लेफ्टिनेंट सोनिया महेंद्रू, सुश्री हरप्रीत कौर, डॉ. बलजिंदर सिंह, डॉ. शुचि शर्मा, डॉ. संदीप कौर, डॉ. मनदीप कौर, श्री परमिंदर सिंह और गैर-शिक्षण स्टाफ से श्री. लखविंदर सिंह, श्री केवल कृष्ण और श्री तरूण महाजन भी उपस्थित थे। इस अवसर का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया।