जालंधर, 05 दिसंबर (धर्मेन्द्र सौंधी) : हंस राज महिला महाविद्यालय द्वारा “वित्तीय साक्षरता” पर एक दिवसीय संकाय संवर्धन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। संसाधन व्यक्ति सीए स्विंकी सिंघल, सीए अंकित सिंघल और सीडीएसएल ट्रेनर सीएस पूजा एम कोहली थे। संकाय संवर्धन कार्यक्रम की प्रभारी डॉ. सीमा खन्ना ने संसाधन व्यक्तियों का स्वागत किया और उनका संक्षिप्त परिचय दिया। सीए स्विंकी सिंघल ने फैकल्टी मेंबर्स को संबोधित करते हुए कहा कि सभी को नियमित रूप से अपनी आर्थिक स्थिति की जांच करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि महंगाई हमारी बचत को बड़ी तेजी से खा जाती है. ऐसे में निवेश जरूरी हो जाता है। उन्होंने कहा कि अगर आप रिटायरमेंट के बाद अच्छा जीवन जीना चाहते हैं तो बचत बढ़ानी चाहिए। सीए अंकित सिंघल ने कहा कि जीवन बहुत अप्रत्याशित है। प्रत्येक व्यक्ति के पास जीवन बीमा योजना होनी चाहिए। मेडिकल इंश्योरेंस भी आज के समय की जरूरत बन गया है। उन्होंने बचत के विभिन्न विकल्पों के बारे में बताया। म्यूचुअल फंड में निवेश फायदेमंद होता है लेकिन यह निवेश लंबी अवधि यानी 5-10 साल के लिए होना चाहिए। उन्होंने प्रतिभागियों को राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस) और पीपीएफ के बारे में भी बताया।
निवेश के उद्देश्य के लिए, निरंतरता कुंजी है। प्राचार्या प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन ने रिसोर्स पर्सन को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि वित्तीय नियोजन के प्रति कर्मचारियों को संवेदनशील बनाना इस कार्यक्रम का मकसद था और इस उद्देश्य का समाधान हो गया। थोड़े से विश्लेषण से, हम अपने फंड को बढ़ते हुए देख सकते हैं। हम सभी अपने भविष्य और अपने बच्चों और परिवार के भविष्य के बारे में जागरूक हैं। हम सुरक्षा और अपने उज्ज्वल भविष्य के उद्देश्य से निवेश करते हैं। दूसरे सत्र में सीडीएसएल ट्रेनर सीएस पूजा एम. कोहली ने फैकल्टी मेंबर्स को वित्तीय स्थिरता के बारे में बताया। निवेश किसी भी उम्र में शुरू किया जा सकता है। आपके पैसे का निवेश करने के लिए उम्र कोई बाधा नहीं है। उन्होंने कहा कि किसी योजना के सभी पहलुओं को जानने के बाद निवेश किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पैसा एक ही भाषा बोलता है। यह कहता है “यदि तुम आज मुझे बचाओगे, तो कल मैं तुम्हें बचाऊंगा।” उन्होंने कम जोखिम, मध्यम जोखिम और उच्च जोखिम के विभिन्न निवेश विकल्पों के बारे में बताया। उन्होंने निवेश के लिए विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में बताया। कार्यक्रम प्रभारी डॉ. सीमा खन्ना व डॉ. शालू बत्रा ने रिसोर्स पर्सन का धन्यवाद किया। मंच संचालन श्रीमती लवलीन कौर एवं डॉ. दीप्ति धीर ने किया। इस सत्र में टीचिंग फैकल्टी और नॉन टीचिंग स्टाफ के सदस्यों ने भाग लिया।