जालंधर, 25 मई (धर्मेंद्र सौंधी) : कौशल पाठ्यक्रमों की श्रृंखला के अंतर्गत हंस राज महिला महाविद्यालय, जालंधर में “शाहमुखी लिपि” पर 30 घंटे का कौशल पाठ्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस कोर्स में विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्राचार्य प्रोफेसर डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन ने कहा कि भाषा सदैव व्यक्ति के व्यक्तित्व को निखारती है। प्रत्येक व्यक्ति को नई भाषाएँ सीखने का प्रयास करना चाहिए। उर्दू शाहमुखी एक बहुत समृद्ध भाषा है।
यह कोर्स स्किल कोर्स प्रभारी श्रीमती बीनू गुप्ता के नेतृत्व में शुरू किया गया था। इस पाठ्यक्रम की सलाहकार श्रीमती नवरूप ने छात्रों को हर बार मौका मिलने पर कुछ नया सीखने के लिए प्रोत्साहित किया। कोर्स प्रभारी डॉ. मनदीप कौर ने बताया कि इस कोर्स के छात्रों ने प्रिंसिपल प्रोफेसर डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन को एक नई भाषा सीखने का अवसर देने के लिए धन्यवाद देने के लिए विभिन्न पोस्टर, ग्रीटिंग कार्ड और वीडियो तैयार किए।