जालंधर, 15 जून (धर्मेंद्र सौंधी) : प्रोफेसर डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन के मार्गदर्शन में हंस राज महिला महाविद्यालय के पीजी अर्थशास्त्र विभाग के प्लानिंग फोरम द्वारा वित्तीय कल्याण सत्र का आयोजन किया गया। सत्र के लिए संसाधन व्यक्ति सुश्री नम्रता अरोड़ा, वित्त शिक्षक निदेशक, बिजनेस डेवलपमेंट थीं। सेमिनार में दोपहर 2:00 बजे से 1:00 बजे तक ज़ूम मीटिंग ऐप के माध्यम से कुल 60 छात्रों ने भाग लिया। अध्यक्ष ने इस बात पर ध्यान केंद्रित किया कि भारतीय प्रतिभूतियों को कैसे समझा जाए और धन कैसे बनाया जाए।
उन्होंने वित्तीय साक्षरता के महत्व पर चर्चा की। शेयर बाजार, म्यूचुअल फंड और अन्य प्रतिभूतियों पर भी विस्तृत चर्चा हुई। सत्र का मुख्य उद्देश्य वित्तीय कल्याण के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान करना था। उन्होंने वित्तीय कल्याण के विभिन्न पहलुओं पर व्यापक जानकारी प्रदान की। उन्होंने वित्तीय रूप से बढ़ने के लिए संभावनाओं की खोज करने और तकनीकों की पहचान करने पर बात की। छात्रों ने प्राथमिक और द्वितीयक बाजार के बीच महत्वपूर्ण अंतर सीखा। सत्र में दुनिया के सबसे अमीर लोगों, उनके धन के स्रोत और किसी को शेयर क्यों खरीदना चाहिए, इस पर प्रकाश डाला गया। उन्होंने शेयरों को खरीदने/बेचने के लिए जिन खातों की आवश्यकता होती है और उन खातों को खोलने की प्रक्रिया के बारे में भी विस्तार से बताया।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) और इसके विभिन्न प्रावधानों पर भी चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि पर्याप्त धन होने और इसे बुद्धिमानी से प्रबंधित करने से वित्तीय कल्याण होगा जो खुशी, धन और शांति के निर्माण के लिए बहुत आवश्यक है। सत्र में एक उत्साही भागीदारी देखी गई और वक्ता द्वारा सभी प्रश्नों का उत्तर दिया गया। सत्र का समापन विभागाध्यक्ष डॉ. शालू बत्रा के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। कॉलेज प्राचार्य प्रो.डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन ने विभाग के प्रयासों की सराहना की और भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने के लिए प्रोत्साहित किया।