जालंधर, 26 दिसंबर (धर्मेंद्र सौंधी) : हंस राज महिला महाविद्यालय जालंधर के प्रांगण में सात दिवसीय विशेष एनएसएस कैंप चल रहा है और कैंप के तीसरे दिन की शुरुआत हमेशा की तरह डीएवी गान और एनएसएस गीत से हुई। इस तीसरे दिन कमलप्रीत कौर, रिया और अंकिता ने क्रमश: पंजाबी, हिंदी और अंग्रेजी में पिछले दिन की रिपोर्ट पेश की। प्राचार्य प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन ने एनएसएस स्वयंसेवकों के प्रयासों की प्रशंसा की और उन्हें उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए आशीर्वाद दिया। उन्होंने अपने प्रेरणादायक शब्दों से छात्रों को जीवंत किया और एक बार फिर निस्वार्थ सेवा के महत्व पर प्रकाश डाला जो मानवता के लिए बनाई गई है। एनएसएस के स्वयंसेवकों ने कॉलेज के बॉटनिकल गार्डन में जाकर पूरे मैदान की सफाई की। स्वयंसेवकों ने उत्साह के साथ अपना सामाजिक कार्य किया।
उन्होंने वनस्पति उद्यान से मृत पत्तियों को एकत्र किया और पौधों के लिए वर्मी-कम्पोस्ट बनाने के लिए एक स्थान पर संग्रहित किया। दोपहर के भोजन के बाद एनएसएस वालंटियर ने कॉलेज के ईको-गार्डन की साफ-सफाई का काम किया और वेस्ट प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल कर इसे मेंटेन किया। एनएसएस के स्वयंसेवकों ने बेकार पड़ी प्लास्टिक की बोतलों से सुंदर रास्ता तैयार किया। छात्र-छात्राओं ने इको-गार्डन की शोभा बढ़ाने के लिए बेकार साइकिल और पुराने कपड़ों का इस्तेमाल किया। प्राचार्य डॉ. सरीन ने छात्रों की रचनात्मकता को उजागर करने वाले प्रयासों की सराहना की। इसके अलावा, उन्होंने कहा, एचएमवी हमेशा “माई वेस्ट माई रिस्पॉन्सिबिलिटी” में योगदान देता है। इस अवसर पर शिविर की कार्यक्रम अधिकारी डॉ. वीना अरोड़ा ने छात्रों को आने वाले दिनों में होने वाली सामाजिक गतिविधियों के बारे में बताया और सुश्री हरमनु पॉल ने छात्रों को उनकी निस्वार्थ गतिविधियों में सहायता और मार्गदर्शन किया जो उन्होंने तीसरे दिन किया। कैम्प। सुश्री भावना और श्री परमिंदर सिंह भी इस दिन उपस्थित थे।