जालंधर, 26 नवंबर (धर्मेंद्र सौंधी) : हंस राज महिला महाविद्यालय में राजनीति विज्ञान मंच एवं राजनीति विज्ञान विभाग ने प्राचार्या प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन के प्रोत्साहन एवं सहयोग से संविधान दिवस मनाया। प्राचार्य डॉ. अजय सरीन ने मुख्य अतिथि श्रीमती आरती राजपूत (राष्ट्रीय अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ, मानवाधिकार परिषद) और श्री अश्विनी कुमार (पंजाब प्रमुख, विश्व मानवाधिकार परिषद) का स्वागत श्री अजय यादव, एडवोकेट श्री. रवि विनायक, श्री सुरिंदर कुमार और श्री राकेश बख्शी, सामाजिक कार्यकर्ता। दिन की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई। स्वागत भाषण में प्राचार्य डॉ. अजय सरीन ने सभी को संविधान दिवस की बधाई दी और इस बात पर गर्व महसूस किया कि हम एक ऐसे देश के वासी हैं, जिसका संविधान विश्व में एक विशिष्ट और महत्वपूर्ण स्थान रखता है. उन्होंने युवा छात्रों से विदेशों में बेहतर जीवन के भ्रम से मोहित होने के बजाय गौरवशाली संस्कृति को अपनाने और उसमें रहने वाले देश की सेवा करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि हमें अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होने के साथ-साथ अपने कर्तव्यों का पालन भी करना चाहिए। मुख्य अतिथि श्रीमती आरती राजपूत ने संस्थान में अपनी यात्रा पर प्रसन्नता महसूस की और छात्रों को मानवाधिकार के विषय पर विस्तार से बताया।
उन्होंने संविधान निर्माता डॉ. भीम राव अंबेडकर को भी श्रद्धांजलि दी। इसी क्रम में समाजसेवी श्री अजय यादव ने भारतीय संविधान के प्रति अपना सम्मान और विचार व्यक्त किया। रेड आर्ट्स ग्रुप ने शिक्षा बेरोजगारी और शिक्षकों के प्रति सम्मान के विषयों को छूते हुए अपने नाटक “वेहंगी” के माध्यम से एक मंत्रमुग्ध कर देने वाली प्रस्तुति दी। विद्यार्थियों ने संविधान के पालन की शपथ ली। इस अवसर पर छात्रावास प्रतिनिधियों का बैज समारोह भी आयोजित किया गया। कार्यक्रम का आयोजन श्रीमती नीता मलिक राजनीति शास्त्र विभागाध्यक्ष एवं श्रीमती मीनाक्षी स्याल समन्वयक कॉलेजिएट स्कूल के समन्वय से किया गया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के गायन के साथ हुआ। मंच की मेजबानी डॉ. अंजना भाटिया और छात्रों तरुणिका, अवलीन और विधिता ने की।