जालंधर, 17 अगस्त (धर्मेंद्र सौंधी) : हंस राज महिला महाविद्यालय के स्नातकोत्तर पंजाबी विभाग ने प्रिंसिपल प्रोफेसर डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन के कुशल मार्गदर्शन में एक साहित्यिक सत्र का आयोजन किया। सत्र के प्रभारी पंजाबी विभागाध्यक्ष डॉ. नवरूप थे। रिसोर्स पर्सन शिरोमणि एनआरआई पंजाबी लेखक डॉ. गुरबख्श सिंह भंडाल थे। डॉ. भंडाल ने पंजाबी साहित्य में 22 पुस्तकों का योगदान दिया है। वह क्वीन लैंड यूनिवर्सिटी, ओहियो (अमेरिका) में भौतिकी में प्रोफेसर भी हैं। उन्होंने गहरी भावनाओं और भावनाओं पर आधारित अपनी कई कविताएँ सुनाईं। उन्होंने छात्रों को गांव से अमेरिका और छात्र से प्रोफेसर बनने तक की अपनी जीवन यात्रा के बारे में बताया।
उन्होंने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया कि वे किसी भी असफलता से न डरें और निरंतर प्रयास करते रहें। उन्होंने विद्यार्थियों के सवालों के जवाब भी दिये. प्रिंसिपल डॉ. अजय सरीन ने कार्यक्रम आयोजक टीम को बधाई दी और डॉ. गुरबख्श सिंह भंडाल का संस्थान में स्वागत किया। उन्होंने कहा कि पंजाबी भाषा हमें हमारी भावनाओं से अवगत कराती है। जो शब्द सीधे व्यक्त नहीं किये जा सकते उन्हें कविताओं के माध्यम से व्यक्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम भविष्य में भी आयोजित होते रहेंगे। पंजाबी विभाग के अध्यक्ष डॉ. नवरूप ने उनका स्वागत किया और विद्यार्थियों को उनके जीवन से सीख लेने के लिए प्रोत्साहित किया। मंच संचालन पंजाबी विभाग से श्रीमती कुलजीत कौर ने किया। उन्होंने विद्यार्थियों को साहित्य से जुड़ने के लिए प्रेरित किया। पंजाबी साहित्य सभा प्रभारी डॉ. वीना अरोड़ा ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। इस अवसर पर सहा. प्रोफेसर डॉ. मनदीप कौर, डॉ. संदीप कौर, श्रीमती पवनदीप कौर और सुश्री अमनपाल कौर भी उपस्थित थे।