जालंधर, 17 अक्तूबर (धर्मेंद्र सौंधी) : भारत के पूर्व राष्ट्रपति और मिसाइल मैन डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती के सम्मान में एचएमवी कॉलेजिएट सीनियर सेकेंडरी स्कूल के छात्रों द्वारा प्राचार्य प्रो. डॉ. के कुशल मार्गदर्शन में विश्व छात्र दिवस के रूप में बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। श्रीमती) अजय सरीन। छात्रों को संस्थान के इनोवेशन हब में व्यावहारिक ज्ञान दिया गया ताकि वे अनुभवात्मक शिक्षा प्राप्त कर सकें। इस तरह सीखने में आनंद छात्रों में अपने विषय के प्रति रुचि और जुनून को प्रज्वलित करता है जो अंततः उन्हें अपनी प्रतिभा को व्यक्त करने के लिए प्रेरित करता है। इसके साथ ही, उन्होंने घरों में उपलब्ध चीजों का उपयोग करके कुछ नया सीखने और भौतिकी की अवधारणाओं को बनाने के बारे में भी ज्ञान प्राप्त किया ताकि उनकी आंतरिक रचनात्मक चिंगारी ट्रिगर हो और उपन्यास नवाचारों का मार्ग प्रशस्त हो। यह उन्हें यथार्थवादी ज्ञान प्राप्त करने के लिए साधन संपन्न बनाता है जिसे वे अपने घरेलू प्रयोगशालाओं में लागू करते हैं। इस अवसर पर डॉ. सरीन ने छात्रों को डॉ. कलाम की तरह सादगी, सकारात्मक सोच, समर्पण, दृढ़ संकल्प और उच्च लक्ष्य का पालन करने का आह्वान किया।
उन्होंने उन्हें हमारे देश को गौरवान्वित और मजबूत बनाने के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए भी प्रोत्साहित किया। महान दूरदर्शी नेता के सपनों को पूरा करने के लिए, उन्होंने कभी हार न मानने पर जोर दिया क्योंकि “FAIL” शब्द का अर्थ सीखने में पहला प्रयास भी है। स्कूल समन्वयक श्रीमती मीनाक्षी सयाल ने कलाम की जयंती पर छात्रों को बधाई दी, जिसे विश्व छात्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि विज्ञान मानव जाति के लिए सबसे बड़ा आशीर्वाद है और नए विचारों, तकनीकों, रचनात्मकता और प्रस्तुति के साथ हम अपने भारत को सफलता के शिखर पर पहुंचा सकते हैं। उन्होंने छात्रों को ज्ञान और दक्षता पर ध्यान केंद्रित करने और मूल्यों के मूल सिद्धांतों के साथ जीवन के लिए दृष्टि रखने के लिए प्रोत्साहित किया। डॉ कलाम की प्रेरक जीवन गाथा पर विद्यार्थियों ने उत्साह के साथ अपने विचार प्रस्तुत किए। इस मौके पर भौतिकी विभाग की सुश्री रिधिमा भी मौजूद थीं।