जालंधर, 14 नवंबर (धर्मेंद्र सौंधी) : काम से लिया गया ब्रेक आपको नए दिमाग और नई सोच के साथ कई गुना अधिक लाभ देता है। कक्षा की चारदीवारी से परे सीखने के महत्व को ध्यान में रखते हुए और छात्रों को समृद्ध अनुभव प्राप्त करने में सक्षम बनाने के लिए एचएमवी कॉलेजिएट सीनियर सेकेंडरी द्वारा चंडीगढ़ के जीवंत शहर की एक दिवसीय यात्रा का आयोजन किया गया था। प्रिंसिपल डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन के गतिशील मार्गदर्शन में स्कूल। यात्रा में SSC-I और SSC-II के कुल 176 छात्रों ने भाग लिया। दर्शनीय स्थलों में सुखना झील, रॉक गार्डन और एलांते मॉल शामिल थे। छात्रों को जादू की दुनिया में कदम रखते हुए बेहद खुशी महसूस हुई, जहां सुखना झील का झिलमिलाता पानी शांति और भव्यता की जादुई तस्वीर बुनता है।
इसके बाद, छात्रों ने रॉक गार्डन का दौरा किया, जहां 40 एकड़ क्षेत्र में फैले पुनर्नवीनीकरण सामग्री से बने रचनात्मक सामान को देखना एक बार फिर एक सुखद अनुभव था। जटिल अंतर्संबंधित प्रांगण सैकड़ों मिट्टी के बर्तनों से ढकी हुई नर्तकियों, संगीतकारों और जानवरों की कंक्रीट की मूर्तियों से भरे हुए थे, जिन्होंने छात्रों को पूरे समय बंदी बनाए रखा। इसके बाद, छात्रों ने उत्तरी भारत के सबसे बड़े और भारत के तीसरे सबसे बड़े शॉपिंग मॉल एलांते मॉल में खरीदारी की। विद्यार्थियों ने अपने दोस्तों के साथ सेल्फी और फोटो खींचकर इन पलों को कैद किया। शैक्षणिक यात्राओं के महत्व पर जोर देते हुए प्रिंसिपल डॉ. सरीन ने कहा कि रुचि प्रेरित सीखने का अनुभव हमेशा पाठ्यक्रम संचालित अनुभवों की तुलना में बेहतर परिणाम प्रदान करता है।
स्कूल समन्वयक डॉ. सीमा मरवाहा ने भी छात्रों को नए अनुभवों के माध्यम से अधिक एकीकृत जानकारी प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया। भ्रमण का समन्वयन श्रीमती अरविंदर कौर द्वारा किया गया और कॉलेजिएट स्कूल के संकाय सदस्यों श्रीमती अनुराधा ठाकुर, सुश्री रश्मी सेठी, सुश्री वंदना सेठी, सुश्री सुकृति, सुश्री पलक और सुश्री दिव्या ने यात्रा में छात्रों का साथ दिया।