जालंधर, 28 सितंबर (धर्मेंद्र सौंधी) : प्रिंसिपल प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन के नेतृत्व में, हंस राज महिला महाविद्यालय, जालंधर को गुरु नानक देव विश्वविद्यालय के पर्यावरण शिक्षा कार्यक्रम (ईईपी) के तहत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले कॉलेज इको-क्लब के रूप में मान्यता दी गई है। यह पुरस्कार जीएनडीयू की डीन डॉ. श्वेता शेनॉय की अध्यक्षता में एक प्रतिष्ठित समारोह में प्रदान किया गया। इस कार्यक्रम में सात जिलों के इको क्लब प्रभारियों के लिए एक कार्यशाला भी शामिल थी, जिसका आयोजन जीएनडीयू के कॉलेज विकास परिषद ने पंजाब राज्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद (पीएससीएसटी) के सहयोग से और पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के समर्थन से किया था।
इस पहल के हिस्से के रूप में, जीएनडीयू से संबद्ध कॉलेजों में 100 इको क्लब स्थापित किए गए। कॉलेज विकास परिषद की डीन प्रोफेसर डॉ. सरोज अरोड़ा और सहायक प्रोफेसर और कार्यक्रम समन्वयक डॉ. आस्था भाटिया के नेतृत्व में कार्यशाला में ईईपी घटकों और इको क्लबों के लिए पंजीकरण प्रक्रिया पर व्यापक मार्गदर्शन प्रदान किया गया। पीएससीएसटी के डॉ. के. एस बाठ और डॉ. मंदाकिनी ठाकुर ने कार्यक्रम की प्रगति की समीक्षा की और इको-क्लब गतिविधि रिपोर्टिंग पर जानकारीपूर्ण सत्र आयोजित किए।
एचएमवी की डॉ. अंजना भाटिया ने इको कौशल विकास, अपशिष्ट पुनः उपयोग, पर्यावरणीय स्थिरता में उद्यमिता और ईईपी गतिविधियों पर विचार प्रस्तुत किए। प्रिंसिपल डॉ. अजय सरीन ने इस उपलब्धि पर बहुत गर्व व्यक्त किया और इको क्लब समन्वयक के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका के लिए डॉ. अंजना भाटिया को बधाई दी। उन्होंने पर्यावरण जागरूकता बढ़ाने और स्थिरता प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए एचएमवी की अटूट प्रतिबद्धता पर जोर दिया