फरीदकोट, 19 नवंबर (ब्यूरो) : मुख्यमंत्री भगवंत मान के किसान संघों पर हमले के बाद किसानों में काफी निराशा है। किसानों के साथ साथ राजनीतिक दलों ने भी मुख्यमंत्री को घेरा है। अपनी मांगों को लेकर गैर राजनीतिक संयुक्त किसान मोर्चा ने उग्र संघर्ष का बिगुल बजा दिया है। इसके साथ ही बीकेयू (BKU) एकता संयुक्त के प्रदेश अध्यक्ष जगजीत सिंह डल्लेवाल ने अनशन शुरू कर दिया है।
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा है कि किसान पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार को आज दोपहर 12 बजे तक मांगों को लागू करने का अल्टीमेटम दिया गया था, जिसकी अवधि अब समाप्त हो चुकी है। अगर सरकार दांव खेलना जानती है तो वह भी पीछे नहीं हटेगी। पंजाब सरकार ने किसानों के साथ धोखा किया है। पंजाब में 6 जगहों पर किसानों के लगातार मार्च निकाले जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कैबिनेट बैठक के बाद कहा था कि प्रदेश में किसानों के धरने से लोगों को परेशानी हो रही है। प्रदर्शन किसानों का अधिकार है, लेकिन सड़कों पर विरोध करने के बजाय विधायकों और मंत्रियों के चैंबर के बाहर विरोध किया जा सकता है। गौरतलब है कि अलग-अलग जगहों पर किसानों के धरने से आम लोग काफी परेशान हैं। किसान यूनियनों के खिलाफ आम लोगों में काफी रोष है।