चंडीगढ़ दिसंबर (ब्यूरो) : सरकार ने लतीफपुरा में बीपीएल परिवारों को फ्लैट देने की घोषणा की है, लेकिन लोग दूसरी जगह पर घर लेने को तैयार नहीं है। हालांकि लतीफपुरा के लोगों ने कहा कि हम लोगों के पास जमीन के दस्तावेज हैं। इसलिए हम लोगों को इसी जमीन पर मकान बनाकर दिए जाएं। लतीफपुरा में लोगों ने 14 सदस्य मुड़ वसेबा मोर्चा का गठन किया हैं, जो फिर से लतीफपुरा की जमीन पर आशियानों के निर्माण को संघर्ष करेगा। ऐसे में जब तक लोगों को न्याय नहीं मिलेगा, तबतक लोग सड़क पर ही बैठेंगे।लतीफपुरा की सड़क पर लाेग न्याय की मांग काे लेकर परिवार के साथ बैठे हैं। यहां पर पांच दिन पहले जेआईटी ने 40 परिवार के आशियानों काे उजाड़ दिया था। लाेगाें ने कहा कि सरकार ने बगैर पैमाइश के लाेगाें के आशियानों काे उजाड़ दिया हैं। जबकि लाेगाें के पास जमीन के दस्तावेज भी हैं। ऐसे में सड़क पर बैठे गुरबख्श सिंह ने कहा कि हम लाेगाें के पास जमीन के दस्तावेज भी हैं और बगैर पैमाइश के हमारे घराें काे गिरा दिया है।अब सरकार दूसरी जगह पर गरीबाें काे घर देने की घाेषणा कर रही है लेकिन हम लाेगाें की मांग है कि लतीफपुरा में ही हम लाेगाें के आशियानें बनाए जाए। यहां पर हम लाेग 45 वर्ष से ज्यादा से रहते हैं और हमारी यादें और बचपन गुजरा है। इसलिए हम लाेगाें को लतीफपुरा में घर बनाकर दिए जाएं।
जब तक सरकार घर नहीं बनाएगी, ताे टेंटों में और सड़क पर बैठे रहेंगे। आम आदमी पार्टी सरकार ने पहले लतीफपुरा में कोर्ट के निर्देशों का हवाला देते हुए कार्रवाई की। फिर मामले में इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमेन जगतार सिंह संघेड़ा, दो विधायकों के साथ मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने चंडीगढ़ में ट्रस्ट के अधिकारियों के साथ मीटिंग कर सरकार की तरफ से यह ऐलान किया है कि हम लतीफपुरा में बेघर हुए जरूरतमंद परिवारों को दो कमरे, एक रसोई और एक बाथरूम सहित रहने लायक जगह देंगे लेकिन 24 घंटे बाद ही सांसद में लुधियाना से कांग्रेस के सांसद रवनीत बिट्टू की तरफ से सांसद में लतीफपुरा में हुई कार्रवाई के बारे में केंद्र सरकार को दखल देने की बात कह दी गई। जिसका जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पूरी ने कहा कि लोगों को सर्दियों में घरों से बेघर कर दिया गया है जोकि गलत है। हर संभव सहायता का प्रयास किया जाएगा।