दिल्ली, 29 जून (ब्यूरो) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक बयान के बाद देश में यूनिफॉर्म सिविल कोड (Uniform Civil Code) यानी UCC को लेकर नई बहस छिड़ गई है. इस मुद्दे पर मोदी सरकार को आम आदमी पार्टी का साथ मिलता दिख रहा है। बुधवार को आम आदमी पार्टी के संगठन महासचिव संदीप पाठक ने एक इंटरव्यू में कहा कि आप UCC का सैद्धांतिक समर्थन करती है. आम आदमी पार्टी ने UCC पर शायद यह कहकर अपने गढ़ पंजाब में खुद के लिए समस्या खड़ी कर दी है. संदीप पाठक के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए शिरोमणि अकाली दल के नेता डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि उन्होंने आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल का ‘असली चेहरा’ उजागर कर दिया है. आम आदमी पार्टी ने UCC पर शायद यह कहकर अपने गढ़ पंजाब में खुद के लिए समस्या खड़ी कर दी है. संदीप पाठक के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए शिरोमणि अकाली दल के नेता डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि उन्होंने आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल का ‘असली चेहरा’ उजागर कर दिया है।
संदीप पाठक ने इंटरव्यू में कहा, ‘आर्टिकल 44 भी यह कहता है कि UCC होना चाहिए, लेकिन आम आदमी पार्टी का यह मानना है कि इस मुद्दे पर सभी धर्म और राजनीतिक से बातचीत होनी चाहिए. सबकी सहमति के बाद ही इसे लागू किया जाना चाहिए.’ इस पर डॉ. चीमा ने कहा, “जब संविधान का मसौदा तैयार किया गया था, तो समान नागरिक संहिता राज्य के नीति निदेशक सिद्धांतों में थी, न कि मौलिक अधिकार में.” AAP की पंजाब इकाई के मुख्य प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने भी कहा कि भारत में सभी धर्मों के लोग रहते हैं और उनके अलग-अलग धार्मिक रीति-रिवाज़ हैं, इसलिए केंद्र सरकार को सभी धर्मों, राज्यों और वर्गों के प्रतिनिधियों की राय पर विचार करने के बाद ही समान नागरिक संहिता लागू करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि समान नागरिक संहिता में सभी धर्मों को पूरा सम्मान मिलना चाहिए. दिल्ली में AAP सरकार द्वारा लागू किए गए ‘आनंद कारज अधिनियम’ के साथ-साथ अन्य धर्मों के धार्मिक रीति-रिवाज़ों का भी पूरा सम्मान किया जाना चाहिए।