जालंधर, 23 सितंबर (कबीर सौंधी) : कृषि सुधार बिलों को लेकर किसानों के संघर्ष का एक साल पूरा होने वाला है। दिल्ली धरने का एक साल होने पर संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से सोमवार को भारत बंद की घोषणा की गई है। जिसके चलते संयुक्त मोर्चा की ओर से जालंधर में नेशनल हाइवे पर बाथ कैस्टल के पास धरना लगाया जाएगा। वही रेल सेवाएं भी ठप की जाएगी। इस बात की जानकारी वीरवार को पंजाब प्रेस क्लब में संयुक्त किसान सघर्ष मोर्चा के सदस्य व भारतीय किसान यूनियन राजेवाल के महासचिव कुलविंदर सिंह मछियाना ने दी। उन्होंने कहा कि 20 ट्रेड यूनियन, मजदूर, विद्यार्थी, यूथ भारी संख्या में शामिल हो रहे है। जिले में बड़े स्तर पर रैलियां निकाली जाएगी।
27 सितंबर को सुबह 6 से शाम 4 बजे तक हाइवे, रेल सुविधाएं तथा ट्रांसपोर्ट बंद रहेगी। सिर्फ एम्बुलेंस को छूट देगे। अगर सरकार नही मानेगी तो इस बार बड़ा संघर्ष होगा। उन्होंने कहा कि जनता पूरा सहयोग करे। पंजाब के नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की ओर से बातचीत को लेकर सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हर राजनीतिक पार्टी का स्वागत है लेकिन किसी को भी उनके मंच पर संबोधन करने की कोई मंजूरी नहीं है।
इस दौरान एडवोकेट जीएस काहलो ने कहा कि वकील भी बन्द में पूरा समर्थन देंगे। वही कैप्टन के राज्य से बतौर मुख्यमंत्री इस्तीफा देने पर किसानी आंदोलन की राजनीति गर्मा गई है। इस मौके पर भारतीय किसान यूनियन दोआबा के उपप्रधान मुकेश कुमार तथा एडवोकेट राजेंद्र सिंह ने भी संबोधित किया।