जेल जाने वाला,गरीबों की लाशों पर फैक्ट्री चलाने वाला, कई माफियाओं को संरक्षण देने व हफ्ता वसूली करने वाला,महिलाओं पर कुदृष्टी रखने वाला, अपने स्टाफ को गालियां निकाल व पीट कर जलील करने वाला, लोगों को धर्म के नाम पर लडवाने वाला, अवैध कालोनियां काटकर सरकार को करोडों का चूना लगाने वाला, दैनिक अंधेरा के कार्ड बांटकर पैसे बटोरने वाले को गंजे बाबा कोहड़ को डीएमए के पत्रकार करेंगे नंगा
जालंधर (ब्यूरो) : गंजा बाबा कोहड़ – पार्ट 1
एक शलोक है कि “वाणी ऐसी बोलीए , मनवा शीतल होए “
“ओरों को शीतल करे और आप भी शीतल होए”
पर कई बार शीतल की जगह लोग अशीतल शब्दों का ऐसा प्रयोग करते है कि वह अपनी गंदी मानसिक्ता का परिचय दे देते हैं जिससे उनकी असल औकात और गिरने की हद पता चल जाती है।
हराम की कमाई के नशे में चूर इस गंजे इंसान का पाला अब डिजिटल मीडिया से जुड़े पत्रकारों से पड़ गया है । वह पत्रकार अब इस कि इस हद तक ठुकाई करेंगे है कि इसे अपनी नानी याद आ जाएगी ।
इस इंसान का अहंकार इस कदर हावी हो चुका है कि दूसरों को कमजोर और खुद को तीस मार खां समझने लग गया है!
आप को बता दें कि डिजिटल मीडिया से जुड़े पत्रकारों की बढ़ती लोकप्रियता से ये गंजा इतना ज्यादा बौखलाहट में है कि इस ने डिजिटल मीडिया से जुड़े पत्रकारों के खिलाफ अशीतल शब्दों से भरीं खबरें अपनी टुच्ची अखबार दैनिक अंधेरा में प्रकाशित कर डाली।
अरे गंजे तू अपना गंजा सर पटक पटक कर थक जाएगा तब भी डिजिटल मीडिया रूपी हिमालय को तू हिला नही सकता। तुमने आसमान की तरफ मुख करके थूका और अब वही थूक उल्टी तुमारे ऊपर ही पड़ गई और याद रख जितनी बार आसमान की तरफ थूकेगा उतनी बार वह थूक तेरे ही मुँह पर गिरने वाली है।
कोई सोचे थोड़ा सा काला रंग लेकर समुंदर को काला कर दूँ। अरे गंजे तू क्या करेगा समुंदर को काला, काला तो तेरा मुँह होगा। क्यों कि तेरे और तेरे टल्ल के काले कारनामों को अब DMA एक एक कर के जगजाहिर करेगी
जालंधर में डिजीटल मीडिया ऐसोसिएशन (डीएमए) के पत्रकारों ने अब एकजुट होकर तेरी गुंडागर्दी और धक्केशाही के खिलाफ बिगुल फूंक दिया है। और तेरे से वादा है कि तेरी खबरें पंजाब भर के 100 से ज्यादा न्यूज़ पोर्टल्स पर लगेंगी ताकि तुम को पता चल सकें कि डिजिटल मीडिया की असली ताकत क्या होती है।
पागलों जैसी हरकतों पर उतर आने वाले दैनिक अंधेरा के गंजे मालिक बाबा कौहड़ को ठोक कर मुंहतोड जवाब दिया जाएगा।
दैनिक अंधेरा के एक दो पत्रकारों को छोड़ कर इस अखबार के सभी पत्रकार शहर में ब्लैकमेलिंग का कारोबार जोरों शोरों से चला रहे हैं।
वही इस दैनिक अंधेरा के एक भोगी पत्रकार ने पुड्डा व तहसील में जमकर ब्लैकमेलिंग व लूट मचाई हुई है जिसका खुलासा जल्द किया जाएगा, वही गंजे बाबा कोहड़ के इशारों पर ही कई पत्रकार शहर में लाटरी स्टालों व सट्टेबाजों से हफता वसूली कर रहे है, कोई शहर की नई बन रही इमारतों व कालोनियों से वसूली कर रहा है। कोई शहर के शराब माफिया व मसाज पार्लरों व देह व्यापार के धंधे करने वालों से पैसा इक्ठा करके इस गंजे बाबा कोहड़ की जेबें भर रहा है।
हैरानी की बात तो यह है कि टुच्ची दैनिक अंधेरा का टुच्चा मालिक बाबा कोहड़ और इसके टुच्चे साथी अब डिजीटल मीडिया को बदनाम करने में लगे हैं।
आखिर क्यों कर रहा गंजा बाबा कोहड़ डिजिटल मीडिया को बदनाम
डिजिटल मीडिया की बढ़ती लोकप्रियता की वजह से इस गंजे की अखबार की लोकप्रियता का स्तर बेहद नीचे गिर गया है!
बढ़े स्तर पर छपने वाली अखबार अब मात्र कुछेक मात्रा में ही छप रही है। क्यों कि अब लोगों में डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म पर खबरें देखने पढ़ने का ज्यादा क्रेज है। बस गंजे से अपनी गिरती साख बर्दाश्त नही हो पा रही।
विभिन्न राजनीतिक पार्टियों की और से अब इस को चुनावी फंडिंग करोडों की बजाए लाखों में भी नही मिल पा रही। क्यों कि इस की अखबार को कोई पूछता तो है नही। ऊपर से राजनीतिक पार्टियों में यह होड़ है कि इस बार डिजिटल मीडिया की तरफ हम ज्यादा ध्यान देंगे।
डिजिटल मीडिया के पत्रकार इस की बन रही अवैध कॉलोनियों को संरक्षण देने वाले मोटे टल्ल की पोल खोलते है तो ये विभिन्न माफियाओं को संरक्षण देने की तरह मोटे टल्ल को भी संरक्षण देने के लिए खड़ा हो जाता है। और पोल खोलने वालों पर लांछन लगाने लग जाता है।
अब इस को इस बात का डर सताने लगा है कि शहर में मेरी दैनिक अंधेरा तो अंधेरे में लीन हो रही है ऊपर से मैं जिन माफियाओं से हफ्ता वसूली करता हूँ उन की पोल पट्टी डिजिटल मीडिया खोलने लग गई है। ऐसे तो मेरी हराम की कमाई ही बन्द हो जाएगी। जिस वजह से दैनिक अंधेरा का कारोबार ही ठप्प हो जाएगा।
बस इसी बौखलाहट में डिजिटल मीडिया के पत्रकारों के खिलाफ ये गंजा बाबा कोहड़ भौंकने लग गया ।
अब तो यह डिजीटल मीडीया के पत्रकारो को गुंडों से यह भी धमकी दिला रहे है कि आने वाले समय में आप सभी पत्रकारों पर एक एक करके पुलिस से सेटिंग करके झूठे केस दर्ज व हमले करवाऊंगा,
कई बड़े नेताओं और अफसरों से मेरी सेटिंग इस प्रकार है कि मेरी फैक्ट्री गिरने के बाद पुलिस मेरा कुछ नही बिगाड़ सकी। उल्टा केसों से बचाया । मैं चाहूं तो किसी को भी पुलिस केस में फसां सकता हूं।
यहां बताना चाहते हैं कि इस गंजे अशीतल शब्दों वाली अखबार के मालिक की जालंधर पठानकोट हाईवे पर दर्जनों एकड में एक अवैध कालोनी है जिसमें इसका साथ खुड्डा के एक टल्ल नाम के अधिकारी ने दिया ।
इसकी अवैध कालोनी से सरकार को आने वाला करोडों का राजस्व इस एसडीओ व इस गंजे बाबा कोहड़ ने डकार लिया।
अब डीजीटल मीडीया इसकी गंजे और टल्ल के एक एक अवैध कॉलोनी की पोल खोलेगा।
अगर खुड्डा के किसी भी अधिकारी ने कार्रवाई न की और इन की अवैध कॉलोनियों पर मेहरबानी दिखाई तो डिजिटल मीडिया एक एक अधिकारी को बेनकाब करेगी।
आने वाले समय में अशीतल मन वाले दैनिक अंधेरा के मालिक गंजा बाबा कौहड़ के किन किन माफियायों के साथ संबंध हैं, कैसे इसने अपनी फैकट्री के नीचे दबे गरीब मजदूरों की लाशों का सौदा किया, कैसे इसके अपने घर में इसकी थू-थू हो रही है, कैसे इसने शहर के दो बडे मंदिरों की गुल्लकों पर डाका डाला और धर्म का पैसा अपने कारोबार में लगाया और कहां कहां इस की किस किस कॉलोनाइजर की कॉलोनी में हिस्सेदारी है। इस सबका खुलासा आने वाले अन्य दिनों में किया जाएगा।