जालंधर, 08 जून (कबीर सौंधी) : पंजाब महिला विंग की प्रधान राजविंदर कौर, जिला प्रधान ओलंपियन सुरिंदर सिंह सोढी प्रिंसिपल प्रेम कुमार देहाती प्रधान और जिला सेक्टरी सुभाष शर्मा जी ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पंजाब की कैप्टन सरकार के घोटाले दिन प्रतिदिन उजागर हो रहे हैं, उन्होंने कहा की पंजाब सरकार ने पहले 837 रुपए में फतेह किट खरीदी, उसके बाद 3 अप्रैल 2021 को 940 रुपए में खरीदीं फिर 20 अप्रैल 2021 को दूसरा टेंडर लगाया गया जिस में एक किट की कीमत 1226 रुपए लगाई गई तथा ग्रैंड वे नाम की कंपनी को 50 हजार किट्टों का टेंडर दिया गया। हैरानी की बात है की कंपनी के पास मेडिकल लाइसेंस भी नही है, फिर 7 मई 2021 को तीसरा टेंडर लगाया गया जिसमें 150,000 किट्टों के लिए 1338 रुपए कीमत रखी गई। पहले टेंडर में 837 रुपए में मिल रही फतेह किट, तीसरे टेंडर में 1338 रुपए हो गई, इस तरह 500 रुपए ज्यादा कीमत पर महंगी फतेह किट ली गई।इससे साफ जाहिर होता है की कैप्टन सरकार की नियत में खोट है तथा कैप्टन अमरिंदर सिंह लोगों कि सरकारी सेवाओं में घपले कर के प्रधानमंत्री मोदी की आपदा में अवसर वाली नीति की पालना कर रही है।
अब सरकार ने राष्ट्रीय सेहत मिशन के डायरेक्टर (वित्त) नीरज सिंगला,जिनको करोना से संबंधित दवाओं तथा और उपकरण खरीदने का अधिकार था तथा साथ ही फतेह किट खरीदने के लिए टेंडर पास किया था, उनको अपने आहदे से हटा दिया गया। नीरज सिंगला को ओहदे से हटाए जाने से ये साफ हो गई है की सरकार खुद मानती हैफतेह कीटों की खरीद में घोटाला हुआ है। नीरज सिंगला पर समय समय पर इल्ज़ाम लगते रहे हैं की वो सरकार के नजदीक होते होए कई तरह के भ्रष्टाचार में शामिल रहे हैं। राजविंदर कौर पंजाब महिला विंग की प्रधान ने कहा की कैप्टन अमरिंदर सिंह इन सारे घोटालों के मास्टर माइंड हैं तथा आम लोगों को झूठ बोलने में कैप्टन अमरिंदर सिंह को महारत हासिल है, कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जगह जगह आपने झूठे बोर्ड लगा कर आम लोगों को गुमराह किया है की हम पांच रुपए यूनिट बिजली दे रहे हैं और 9604 स्मार्ट स्कूल टियर किए हैं तथा लाखों लोगों को नौकरी देने का झूठा वादा कर रहे हैं और नशों को रोकने के लिए हजारों की गिनती में तस्करों को पकड़ लेने का दावा कर रहे हैं। जबकि दूसरी तरफ कैप्टन अमरिंदर सिंह तथा उनके मंत्रियों ने घोटालों के इलावा कोई भी वादा पूरा नहीं किया, इस लिए आम आदमी पार्टी कैप्टन अमरिंदर सिंह से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा मांगती है।