अपने सांसद निधि कोष से 1.5 करोड़ रूपये मंजूर किए थे
कहा : कांग्रेस सरकार फतेह किट की खरीद के बड़े घोटालों में लिप्त
बठिंडा, 05 जून (सुरेश रहेजा) : पूर्व केंद्रीय मंत्री सरदारनी हरसिमरत कौर बादल ने आज तलवंडी साबो और गोनियाना में दो पीएसए प्लांट लगाने का नींव पत्थर रखा ताकि हलके के कोविड मरीजों को मेडिकल आॅक्सीजन की जरूरत को पूरा किया जा सके, और जिला प्रशासन को एक महीने के भीतर प्लांट चालू करने को कहा है।
सरदारनी हरसिमरत कौर बादल ने इससे पहले हलके में मेडिकल आॅक्सीजन की भारी कमी के कारण दोनों आॅक्सीजन प्लांटस् के लिए अपने सांसद निधि कोष से 1.5 करोड़ रूपये जारी किए थे, और साथ ही आशंका जताई थी कि जिला एक तिहाई संभावित कोविड मरीजों को संभालने में सभी सुविधाओं से लैस नही है।
बठिंडा सांसद ने जिला प्रशासन से अनुरोध किया कि दोनों प्लांटो के लिए जरूरी मशीनों का एडवांस में आॅर्डर दिया जाए ताकि एक महीने के समय में इसके लिए जरूरी इमारत बनकर तैयार हो जाए तथा प्लांट शुरू करने में देरी न हो। उन्होने यह भी खुलासा किया कि उन्होने हलके में आक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाने में योगदान देने के लिए बठिंडा रिफाइनरी से भी संपर्क किया था , तथा रिफाइनरी ने एक मशीन का आयात भी किया था , जिससे वह तुंरत अस्पतालों को 700 सिलेंडर देने की आपूर्ति कर सकेगी।
कांग्रेस सरकार जिस तरह से कोविड का मुकाबला करने में विफल रही है और वास्तव में इसे फायदा भी हुआ है , उसके बारे में बोलते हुए सरदारनी बादल ने कहा कि शिअद अध्यक्ष द्वारा पर्दाफाश किए गए वैक्सीन घोटाले के अलावा फतेह किट की आपूर्ति में बड़ा घोटाला हुआ है। उन्होने कहा कि छह महीने से लागू एक कंपनी को टेंडर देने के बावजूद सरकार ने दो बार टेंडर मंगाए और बार-बार दरें बढ़ाकर दूसरी कंपनी को दे दी। उन्होने कहा कि यह तथ्य है कि दूसरी कंपनी- ग्रेडवे इनकारपोरेशन के पास इन किटो की आपूर्ति के लिए एक वैध लाइसेंस नही था।
वैक्सीन घोटाले के बारे में बोलते हुए सरदारनी बादल ने कहा कि भले ही सरकार निजी अस्पतालों को बढ़ी हुई दरों पर वैक्सीन की डोज बेचने की अपनी गलती स्वीकार कर ली है, तथा बाद में प्रीमियम पर बेचने की अनुमति दी थी, लेकिन वह इस मामले की अपनी जिम्मेदारी से बच नही सकती।
‘ सरकार को जवाबदेही सुनिश्चित करने की आवश्यकता है’।
स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिद्धू , जिन्होने मोहाली हलके में निजी अस्पतालों को 35हजार वैक्सीन की डोज वितरित की थी, को तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए , तथा उनके खिलाफ मामला भी दर्ज किया जाना चाहिए। उन्होने कहा कि इससे पहले भी स्वास्थ्य मंत्री को उनके विभाग की प्रमुख सचिव ने पांच करोड़ की ब्रप्रेनोरफिन की गोलियां गायब होने के लिए जिम्मेदार ठहराया था, लेकिन तब भी कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नही की थी।
एक सवाल का जवाब देते हुए सरदारनी बादल ने कि पोस्ट मैट्रिक स्कीम के तहत एस.सी छात्रों की स्काॅलरशिप का पैसा तुरंत जारी करने की मांग की तथा कहा कि निजी संस्थानों को यह पैसा देने से इंकार कर सरकार को छात्रों को परेशान नही करना चाहिए। उन्होने