जालंधर, 05 जून (कबीर सौंधी) : मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी नजदीक लम्मां पिंड चौक में श्री शनिदेव महाराज के निमित्त श्रृंखलाबद्ध हवन यज्ञ का आयोजन मंदिर परिसर में किया गया। मां बगलामुखी धाम के संचालक एवं संस्थापक नवजीत भारद्वाज ने बताया कि पिछले 11 वर्षों से श्री शनिदेव महाराज के निमित्त हवन यज्ञ जो कि नाथां बगीची जेल रोड़ में हो रहा था इस महामारी के कारण वश अल्पविराम आ गया था अब यह हवन पिछले लगभग 7 महीने से मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी में आयोजित किया जा रहा है।
सर्व प्रथम मुख्य यजमान बलजिंदर सिंह से वैदिक रीति अनुसार गौरी गणेश, नवग्रह, पंचोपचार, षोडशोपचार, कलश, पूजन उपरांत पंडित अविनाश गौतम एवं पंडित पिंटू शर्मा ने आए हुए सभी भक्तों से हवन-यज्ञ में आहुतियां डलवाई । इस सप्ताह श्री शनिदेव महाराज के जाप उपरांत मां बगलामुखी जी के निमित्त भी माला मंत्र जाप एवं हवन यज्ञ में विशेष रूप आहुतियां डाली गई।हवन-यज्ञ की पूर्णाहुति के उपरांत नवजीत भारद्वाज ने आए हुए भक्तों से अपनी बात कहते हुए कहा कि इस कलियुग में विश्वास के लायक कोई नहीं है, किसी पर भरोसा किया जाए तो वो केवल परमात्मा है। उन्होंने कहा कि एक परमात्मा ही है जिस पर भरोसा किया जा सकता है, परमात्मा का जितना सुमिरन करोगे उतनी ही सुख समृद्धि पाओगे।
कलियुग में सब रिश्ते नाते स्वार्थ के हैं। नवजीत भारद्वाज ने कहा कि कलियुग का प्रभाव है कि इंसान परमात्मा से दूर हो रहा है। लोग गलत कर्म करते हैं और परवाह भी नहीं करते। उन्होंने कहा कि गलत कर्म करने का फल भोगना ही पड़ता है। संत पीर फकीर चाहे तो उन कर्मों को काट सकते हैं। उन्होंने कहा कि आज इंसान थोड़ी खुशी के लिए परमानंद को ठोकर मार रहे हैं। उन्होंने कहा कि सतगुरु के वचनों पर अमल करें, सेवा सुमिरन करें और दीन दुखियों की सेवा करोगे तो परमात्मा भी आपकी सहायता अवश्य ही करेगा।
मोबाइल का कम प्रयोग करें। इस अवसर पर अमरेंद्र कुमार शर्मा,पवन, राजेंद्र सहगल, रोहित बहल, संजीव सांवरिया, दिशांत शर्मा,गोपाल मालपानी, विक्रांत शर्मा, मोहित बहल, अश्विनी शर्मा धूप वाले,राहुल शर्मा, अमरेन्द्र सिंह, संजीव शर्मा,यज्ञदत्त, मानव शर्मा, प्रदीप शर्मा, राजीव, प्रिंस, राकेश, अशोक शर्मा, प्रवीण, दीपक,बावा खन्ना, प्रिंस, सुनील जग्गी सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। सैनीटाइजेशन एवं सोशल डिस्टेंस का खास ध्यान रखा गया। आरती उपरांत प्रसाद रूपी लंगर भंडारे का भी आयोजन किया गया।