जालंधर, 03 जून (कबीर सौंधी) : जालंधर में कोरोना के मरीजों की संख्या कम होने लगी है। वहीं ब्लैक फंगस के मरीजों का कहर जारी है। बुधवार को छह नए मरीज व एक की मौत का मामला सामने आया है।
वहीं मरीजों के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाइयों की स्थिति में सुधार होने लगा है। सेहत विभाग के नोडल अफसर डा. टीपी सिंह ने बताया कि बुधवार को जिले के निजी अस्पतालों में ब्लैक फंगस के छह नए मरीज सामने आए।
इनमें एक जालंधर, पटियाला, गुरदासपुर, कपूरथला, शहीद भगत सिंह नगर तथा अमृतसर का एक-एक मरीज शामिल हैं। मरीजों में चार कोरोना और दो को कोई अन्य बीमारी नहीं थी। वहीं निजी अस्पताल में ब्लैक फंगस से 63 साल के पुरुष की मौत हो गई। उसे शुगर की बीमारी थी। इसके अलावा कोरोना पाजिटिव भी था।
मरीजों की संख्या 50 तक पहुंच गई है। जिले में ब्लैक फंगस से 11 मौतें हो चुकी है।म इनमें सात जालंधर, जिला ऊना हिमाचल प्रदेश, जिला होशियारपुर तथा लुधियाना का एक-एक मरीज शामिल हैं। उन्होंने कहा कि अब ब्लैक फंगस नोटिफाइ बीमारी घोषित होने के बाद निजी अस्पताल विभाग को रिर्पोटें भेजने लगे हैं। सरकारी आदेशों की पालना न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि निजी अस्पतालों से एम्फोटेरीसीन बी व अन्य दवाइयों की डिमांड को धीरे-धीरे पूरी की जाने लगी है।