पंजाब, 08 मई (न्यूज़ 24 पंजाब) : पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्य में बढ़ रहे कोविड के मामलों के मद्देनजर शुक्रवार को सभी डिप्टी कमिश्नरों को अपने-अपने जिलों में जरूरत के अनुसार कोई भी नया और सख्त प्रतिबंध लगाने के लिए अधिकृत कर दिया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कर दिया कि दुकानों और निजी दफ्तरों को रोटेशन (बारी-बारी) के आधार खोलने के फैसले को छोड़कर बाकी मौजूदा प्रतिबंधों में किसी तरह की ढील बरतने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
उन्होंने डीजीपी को राज्य में साप्ताहिक लॉकडाउन को सख्ती से लागू करवाने और शनिवार को किसान संघर्ष मोर्चे के लॉकडाउन विरोधी प्रदर्शन को देखते हुए किसी भी तरह के उल्लंघन को सख्ती से निपटने के आदेश दिए। कैप्टन ने कहा कि 32 किसान यूनियनों का किसान मोर्चा, राज्य सरकार पर शर्तें नहीं थोप सकता। उन्होंने प्रतिबंधों के उल्लंघन की सूरत में सख्त कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अगर प्रतिबंधों का उल्लंघन करके कोई भी दुकान खोली गई तो दुकान मालिक पर भी कानूनी कार्रवाई होगी।
शुक्रवार को कोविड की उच्चस्तरीय वर्चुअल मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने डिप्टी कमिश्नरों को स्थानीय विधायकों और अन्य संबंधित पक्षों को भरोसे में लेने के बाद गैरजरूरी दुकानों और प्राइवेट दफ्तरों को रोटेशन के आधार पर खोलने के बारे कोई भी फैसला लेने के लिए अधिकृत किया। हालांकि, राज्य की सड़कों पर वस्तुएं और लोगों के बिना किसी दिक्कत के आने-जाने का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि डिप्टी कमिश्नर अंतरराज्यीय यातायात के बारे में कोई बंदिश नहीं लगा सकते।
उन्होंने कहा कि अगर कोई नया प्रतिबंध या फिर रोटेशन के आधार पर दुकानें खोलनी हैं, तो इस पर अमल सोमवार से होगा। डीजीपी ने बताया कि अलग-अलग जिले चरणबद्ध दुकानें खोलने के अलग-अलग मॉडल अपनाना चाहते हैं तो इसके जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय स्तर पर फैसले डिप्टी कमिश्नरों पर छोड़ दिया गया है।