जालंधर (कबीर सौंधी) : मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी नजदीक लम्मा पिंड चौंक में स्थित मां पितांबरा के प्रसिद्ध सिद्ध स्थान में रविवार को मासिक मां बगलामुखी हवन यज्ञ का आयोजन किया गया। सबसे पहले पंडित अविनाश गौतम एवं पंडित पिंटू शर्मा ने विधिवत रूप से गौरी-गणोश, पंचोपचार, षोडशोपचार, नवग्रह पूजन,कलश पूजन उपरांत मां बगलामुखी जी के निमित्त माला जाप करके किया।
हवन यज्ञ में आहुतियाँ डालते हुए धाम के संस्थापक व संचालक नवजीत भारद्वाज व अन्य
मां बगलामुखी धाम के संचालक एवं संस्थापक नवजीत भारद्वाज ने हवन यज्ञ की पूर्णाहुति के उपरांत हवन यज्ञ में आए हुए सभी मां भक्तों से अपनी बात कहते हुए कहा कि यह माया रूपी संसार दुखों का घर है। इस संसार में जन्म लेने वालों को दुखों का सामना करना पड़ता है। उन्होने कहा कि यह संसार क्षणभंगुर है। इंद्रियों द्वारा जो हम देखते व सुनते हैं वह कुछ नहीं सिर्फ माया है। उन्होंने कहा कि जो है ही नहीं उसे ही हम सच मान कर अपना अमूल्य जीवन को गंवा रहे हैं। परमात्मा ने हमें असीम कृपा प्रदान की है। उन्होंने कहा कि मानव जीवन का मुख्य उद्देश्य परमात्मा को प्राप्त करना है।
नवजीत भारद्वाज ने कहा कि अपनी इच्छाओं पर काबू रखना सीखो, बच्चों को गीता का ज्ञान कराओ। हिंदू धर्म में गीता ही ऐसा ग्रंथ हैं। जो मनुष्य को इस भव सागर से पार दिला सकता है। जीवन के हर पहलू में स्थिरता की आवश्यकता है। परमात्मा स्थिर, शाश्वत एवं एक रस है। जब हम अपना मन इसके साथ जोड़ देते हैं, तो मन में भी ठहराव आ जाता है। जिससे हमारी विवेकपूर्ण निर्णय लेने की क्षमता बढ जाती है और जीवन के हर उतार-चढाव का सामना हम उचित तरीके से कर पाते हैं। हवन यज्ञ के दौरान सोशल डिस्टेंस एवं सैनेटाइज़ेशन का खा़स ध्यान रखा गया।
इस अवसर पर गोपाल मालपानी, बलजिंदर सिंह, विक्रांत शर्मा,संजीव शर्मा, गुरबाज सिंह,संजीव सांवरिया,मुनीश शर्मा,रोहित बहल, अश्विनी शर्मा, पंकज, वरून, राजेश महाजन,बावा खन्ना, मोहित बहल, सोनू छाबड़ा, अशोक शर्मा, प्रिंस ,राकेश, प्रवीण,मानवी भार्गव, राज कुमार, विनोद खन्ना, अशोक शर्मा, राजेंद्र सहगल, अजय कुमार, प्रिंस,दीपक,साबी सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। आरती उपरांत प्रसाद रूपी लंगर भंडारे का भी आयोजन किया गया।