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विजीलेंस ने रिश्वत लेते नगर निगम कर्मचारी को किया रंगे हाथ काबू

चंडीगढ़, 31 अक्तूबर (ब्यूरो) : पंजाब विजीलेंस ब्यूरो ने राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ अपने अभियान के तहत लुधियाना नगर निगम में तैनात डेटा एंट्री ऑपरेटर गुरदीप सिंह उर्फ सनी को 10,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।

ब्यूरो के एक आधिकारिक प्रवक्ता के अनुसार, इस आरोपी की यह गिरफ्तारी जीटीबी नगर, लुधियाना के निवासी अमनदीप सिंह चंडोक द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर की गई, जो हाल ही में ग्राम पंचायत शांति विहार, भामियां कलां से सरपंच पद के उम्मीदवार थे।

उन्होंने बताया कि चंडोक, जो एक प्रॉपर्टी सलाहकार और बिल्डर हैं, ने विजीलेंस ब्यूरो से संपर्क कर आरोप लगाया कि गुरदीप सिंह ने नामांकन अधिकारी के रूप में उससे रिश्वत की मांग की थी। आरोप के अनुसार, आरोपी ने रिटर्निंग ऑफिसर के साथ काम करने का दावा किया और कहा कि चंडोक के नामांकन पत्र में कुछ कमियां हैं, जिन्हें 10,000 रुपये की रिश्वत के बदले नजरअंदाज किया जा सकता है।

नामांकन फाइलें जमा करने के लिए रुपये की मांग

बातचीत के बाद, गुरदीप सिंह ने नामांकन फाइल की प्रोसेसिंग के लिए 5,000 रुपये की प्रारंभिक रिश्वत स्वीकार की और फिर अन्य पंचायत सदस्य उम्मीदवारों की नामांकन फाइलें जमा करने के लिए 10,000 रुपये की अतिरिक्त मांग की।

शिकायतकर्ता ने आगे खुलासा किया कि गुरदीप सिंह ने उसकी चुनावी जीत सुनिश्चित करने के लिए 50,000 रुपये की एक बड़ी रिश्वत की भी मांग की थी।

आरोपी द्वारा चुनाव के बाद भी मोबाइल फोन पर रिश्वत माँगी जा रही थी और शिकायतकर्ता ने अपने मोबाइल फ़ोन पर इनको रिकॉर्ड कर लिया था और किए गए कॉलों सहित रिकॉर्ड किए गए सबूत विजीलेंस ब्यूरो को प्रदान किए गए, जिसके आधार पर त्वरित जांच की गई और एक टीम बनाई गई।

विजीलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने पुष्टि की कि टीम ने शिकायतकर्ता से 10,000 रुपये रिश्वत लेते समय दो आधिकारिक गवाहों की उपस्थिति में गुरदीप सिंह को सफलतापूर्वक पकड़ लिया। आरोपी के खिलाफ ब्यूरो के पुलिस थाना लुधियाना रेंज में भ्रष्टाचार का केस दर्ज किया गया है और इस मुकदमे की आगे की जांच जारी है।

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