जालंधर, 21 अक्तूबर (कबीर सौंधी) : त्योहारों के सीजन में सबको अपने बच्चों का ख्याल रखना चाहिए क्योंकि स्कूलों-कॉलेजों में अक्सर छुट्टी का माहौल बना रहता है। ऐसे में बच्चे अपने साथियों के साथ घूमने फिरने निकल जाते हैं। जालंधर शहर में चल रहे पांच बड़े हुक्का बार नौजवानों को नशे की दलदल में खींचते जा रहे हैं। बस स्टैंड के पास एक रेस्टोरेंट में हुक्का बार चलाया जा रहा है, मॉडल टाउन मुख्य मार्केट के पास, PPR माॅल के पास, DAV कॉलेज के पास, अर्बन स्टेट में और मकसूदां में बड़े हुक्का बार चलाए जा रहे हैं।
ऐसे में अभिभावकों से निवेदन है कि वह अपने बच्चों का ख्याल रखें। कहीं आपके बच्चे भी तो छोटी उम्र में ही इन हुक्का बारों में जाकर हुक्का तो नहीं पी रहे।
जानकार सूत्रों से पता चला है कि हुक्का बार पहले फ्लेवर हुक्का पिलाकर बच्चों को इसकी आदत डालते हैं। उसके बाद इन्हीं हुक्का बारों के जरिए तंबाकू और अन्य नशीला पदार्थ बच्चों के हुक्कों में परोसा जाता है। इसके बाद छोटी उम्र से ही बच्चे नशे के आदी हो रहे हैं। इतना ही नहीं इन हुक्का बारों में हुक्का के अलावा मैच सट्टेबाजी और जुए की लत भी बच्चों को लगाई जा रही है।
हैरानी की बात यह है कि शहर में पांच बड़े हुक्का बार सरेआम रोजाना सैकड़ों युवाओं को धूम्रपान करवा रहे हैं, परंतु इन्हें रोकने की ओर जालंधर पुलिस का कोई भी ध्यान नहीं है। बल्कि खबर तो यह भी है कि इन हुक्का बारों से पुलिस कर्मचारी भी हफ्ता वसूल रहे हैं।
ऐसे में नशा मुक्त पंजाब के सपने दिखाने वाली आम आदमी पार्टी की सरकार में जिस प्रकार से सरेआम नशा बच्चों के जिस्म में हुक्कों के जरिए पहुंचाया जा रहा है। उसे देखकर मुख्यमंत्री के सारे दावे फेल होते दिखाई दे रहे हैं।
ऐसे में अभिभावक खुद ही जागरूक रहें। इसी में सब का फायदा है। नशे की लत लगने और बच्चों को नशे का आदी होने के बाद उन्हें नशे से दलदल से निकालना बेहद मुश्किल हो जाएगा।