चंडीगढ़, 16 अक्तूबर (ब्यूरो) : पंजाब के वित्तमंत्री एडवोकेट हरपाल सिंह चीमा ने राज्य की वित्तीय स्थिति और मौजूदा जीएसटी ढांचे को ध्यान में रखते हुए जीएसटी मुआवजा सेस जारी रखने की आवश्यकता पर बल दिया है।
आज यहाँ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुआवजे के सेस के पुनर्गठन के बारे में मंत्रियों के समूह की बैठक में भाग लेते हुए, वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि अस्थिर मांग वाली वस्तुओं और लक्ज़री वस्तुओं पर लगाया गया सेस पंजाब के लिए राजस्व जुटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हालांकि, उन्होंने राज्यों में राजस्व जुटाने में आत्मनिर्भरता के महत्व को भी उजागर किया।
अतिरिक्त सेस की वसूली के संबंध में, पंजाब ने इसका उचित प्रक्रिया के आधार पर राज्यों में वितरण का प्रस्ताव रखा ताकि जरूरतमंद राज्यों के बीच समान वितरण सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने इस पर जोर दिया कि इससे देश की संघीय संरचना को मजबूती मिलेगी और राज्य आत्मनिर्भर बन सकेंगे।
उन्होंने ऐसे राज्यों की पहचान करने पर भी ध्यान केंद्रित किया जिन्हें इस तरह के मुआवजे की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इन राज्यों को सेस के वितरण के करने के उद्वेश्य से मानदंड निर्धारित किए जाएं। वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा द्वारा प्रस्तुत किए गए प्रस्तावों का उद्देश्य राज्यों में राजस्व के प्रवाह को बनाए रखना और उनकी आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना है।