जालंधर (अमनदीप सिंह) : कोविड-19 के इस महामारी के दौर में बहुत सारे विभागों ने दिन रात मेहनत की और महामारी के डर से भी आगे बढ़कर लोगों के लिए काम किया ऐसे विभागों में बैंकों के कर्मचारियों का बहुत बड़ा योगदान रहा और हाल ही में भारत सरकार ने उन्हें भी कोरोना वेरियर की उपाधि दी है । और सच्चाई यह भी है कि बैंक कर्मचारी इस दौर में काम करते हुए बड़ी संख्या में इस बीमारी की चपेट में भी आए लेकिन अपने काम से पीछे नहीं हटे।
इस महामारी के खिलाफ हम सभी को एक साथ खड़े होने की जरूरत है और अब जबकि इसकी वैक्सीनेशन उपलब्ध है फिर भी मौजूदा दौर में हर किसी के मन में आशंकाएं व्याप्त हैं कि कोविड-19 महामारी की वैक्सीन लेनी चाहिए या नहीं और क्या यह हमारे ऊपर बुरा असर डालेगी ऐसे तमाम आशंकाएं लोगों के मन में घर कर गई हैं जिससे कि वैक्सीनेशन का काम प्रभावित हो रहा है ।
इस क्रम में भारतीय स्टेट बैंक की एक बड़ी अच्छी पहल की जिसमें उनके क्षेत्रीय व्यावसायिक कार्यालय जालंधर के क्षेत्रीय प्रबंधक श्री प्रदीप कुमार ने और अन्य बैंक कर्मचारियों ने एनएचएस अस्पताल जाकर कोविड-19 के वैक्सीन की पहली डोज ली और बैंक कर्मचारियों को प्रोत्साहित किया कि सभी लोग इस वैक्सीन को जरूर ले और इस महामारी की लड़ाई में एक कदम आगे बढ़े। उनके साथ श्री पवन बस्सी , श्री जतिंदर कालिया और उनकी पत्नी और श्री प्रदीप वालिया ने भी वैक्सिन लगवाई।