जालंधर, 09 सितंबर (कबीर सौंधी) : जालंधर से अपहरण की गई 20 वर्षीय डाक विभाग की महिला कर्मचारी के अपहरण किए जाने का मामला अब तूल पकड़ रहा है। क्योंकि लड़की की हालत इस कदर खराब है कि वारदात को करीब 4 दिन बीत चुके हैं, मगर वह अभी तक पुलिस को बयान देने लायक नहीं हुई। लड़की के अंदरूनी हिस्सों में काफी चोटें हैं। जिसके चलते पुलिस ने लड़की का मेडिकल करवाया है, क्योंकि लड़की से गैंगरेप की आशंका है।
इसका खुलासा मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद ही हो पाएगा। बता दें कि देर रात सिविल अस्पताल में शहर के कई AAP, कांग्रेस और बीजेपी के नेता पहुंच गए थे। आज यानी सोमवार को जालंधर के पूर्व सांसद सुशील कुमार रिंकू पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं के साथ सिविल अस्पताल में लड़की का पता लेने के लिए पहुंचे।
सुशील रिंकू ने कहा- जिन लोगों ने इस वारदात को अंजाम दिया है, उन्हें पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया जाना चाहिए। क्योंकि बच्ची इतना सदमे में हैं कि जब उठती है, तब सिर्फ यही कहती है कि मुझे इंजेक्शन न लगाओ। यही कहती कहते कहते सो जाती है।
पीड़िता की मां द्वारा पुलिस को दिए गए बयानों में कहा गया है कि मेरी 20 साल की बेटी बीते मंगलवार को रोजाना की तरह काम पर गई थी। मगर वहां से लौटी नहीं। अगले दिन यानी दिन बुधवार को उन्हें पुलिस का फोन आया कि उनकी बेटी बेसुध हालत दिल्ली के पास से मिली है।
परिवार ने तुरंत अपने दिल्ली में रह रहे रिश्तेदारों को उक्त जगह पर जाने के लिए कहा। जिसके बाद बच्ची को उक्त परिवार के दिल्ली रह रहे रिश्तेदारों ने रिसीव किया और दिल्ली लाकर मामले की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने मामले में तुरंत जालंधर पुलिस को जानकारी दी और कार्रवाई की मांग की।
परिवार किसी तरह बच्ची को अपने घर वापस लेकर आया और मामले की शिकायत कमिश्नरेट पुलिस को दी। पुलिस ने मामले की जांच के बाद उक्त आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया।