देहरादून, 28 अगस्त (ब्यूरो) : मानसून की भारी बारिश के कारण उत्तराखंड में कई सड़कें बंद हो गई हैं। कई जगहों पर लैंड स्लाइड के कारण आवाजाही ठप हो गई है। बचाव और राहत कार्य तेजी के साथ चल रहे हैं। मसूरी मार्ग पूरी तरह से बंद है। यही नहीं उत्तराखंड में अभी 134 मार्ग बंद हैं।
जानकारी के मुताबिक भारी बारिश के कारण मसूरी से कैम्पटी जाने वाली सड़क का एक हिस्सा धंस गया है। जिससे यह मार्ग यातायात के लिए पूरी तरह से बंद हो गया है। मंगलवार देर रात हुए सड़क धंसने से लंबा जाम लग गया। इसके बाद राजमार्ग की मरम्मत का कार्य शुरू किया गया है।
वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने की अपील
पुलिस विभाग की ओर से इस मार्ग का उपयोग न करने और मसूरी से कैम्पटी व कैम्पटी से मसूरी जाने और वहां से आने के लिए वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने की अपील की है। राजमार्ग की पूर्ण मरम्मत होने पर यातायात की स्थिति सामान्य होने की दशा में तत्काल अवगत कराया जाएगा।
उधर, प्रदेश में भारी वर्षा के कारण चारधाम के मुख्य मार्ग बदरीनाथ मार्ग को खोलने में नेशनल हाइवे एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवेलपमेंट कारपोरेशन (एनएचआइडीसीएल) की लापरवाही सामने आई है। इस पर लोक निर्माण विभाग सचिव डा पंकज कुमार पांडेय ने नाराजगी जताई है।
पुल और सड़कों के संबंध में समीक्षा
साथ ही उन्होंने चंपावत राष्ट्रीय राजमार्ग के बार-बार अवरुद्ध होने पर नाराजगी जताते हुए अधिशासी अभियंता को समस्या के मूल में जाकर इसे दुरुस्त करने के निर्देश दिए। लोक निर्माण विभाग सचिव डा पंकज कुमार पांडेय ने राज्य में आपदा से प्रभावित पुल और सड़कों के संबंध में समीक्षा की।
बैठक में यह बात सामने आई कि चमोली में हेलंग से चमोली मार्ग और नंदप्रयाग में पागलनाले के पास मार्ग बार-बार अवरुद्ध हो रहा है। इससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अप्रैल में सचिव के क्षेत्र भ्रमण के दौरान एनएचआइडीसीएल का भाग ही सबसे अधिक क्षतिग्रस्त पाया गया था। इस भाग की मरम्मत के लिए उस समय भी कोई मशीन अथवा मजदूर मौजूद नहीं थे।
134 सड़कें पूरी तरह से बंद
उन्होंने विभिन्न स्थानों पर ग्रामीणों द्वारा स्वयं अस्थायी पुल बनाने के प्रकरण संज्ञान लेते हुए उन्हें तकनीकी सहायता उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि प्रदेश में कुल 134 मार्ग बंद हैं। जिन्हें खोलने का कार्य लगातार जारी है।