जालंधर, 25 जुलाई (कबीर सौंधी) : लोकसभा में गुरूवार को पंजाब से केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू और कांग्रेस सांसद चरणजीत चन्नी आमने-सामने हो गए। दोनों के बीच इस कदर बहस हुई कि लोकसभा को स्थगित करना पड़ गया। बजट भाषण पर प्रतिक्रिया देने खड़े हुए चन्नी ने केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत बिट्टू पर निशाना साधा। उन्होंने रवनीत बिट्टू को लेकर कहा- “बिट्टू के दादा पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह शहीद हुए थे, लेकिन वह उस दिन नहीं मरे, वह तो उस दिन मरे, जिस दिन आपने कांग्रेस छोड़ी थी।” इस दौरान सदन अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठी संध्या राय ने सीएम चन्नी को व्यक्तिगत टिप्पणी करने से रोका। लेकिन चन्नी ने जवाब दिया कि बिट्टू बीच में टोक रहे हैं और उन्हें परेशान कर रहे हैं। इसके बाद चन्नी ने कहा कि बीजेपी और ईस्ट इंडिया कंपनी में कोई अंतर नहीं है, उनमें सिर्फ रंग का अंतर है। इसके जवाब में बिट्टू खड़े हो गए। उन्होंने कहा कि मेरे दादा ने कांग्रेस के लिए नहीं बल्कि देश के लिए कुर्बानी दी थी। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री रवनीत बिट्टू ने चन्नी पर पलटवार करते हुए कहा कि वह गरीबी की बात कर रहे हैं, पूरे पंजाब में देखा जाए तो उनसे ज्यादा अमीर और भ्रष्ट कोई आदमी नहीं है, तो वह अपना नाम बदल लें, उनका नाम मी-2 में है, सभी मामलों में उनका नाम है, हजारों करोड़ के मालिक यह चन्नी किसे गोरा कह रहे हैं और सोनिया गांधी पहले बताएं कि वह कहां से हैं।
गुरुवार को अपने शुरुआती भाषण से ही चरणजीत सिंह चन्नी आक्रामक नजर आए। उन्होंने सत्ता पक्ष पर सवाल उठाते हुए कहा कि सदन में बजट पर बहस हो रही है, लेकिन सदन में न तो मंत्री, न ही वित्त मंत्री और न ही प्रधानमंत्री मौजूद हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि इस बजट में पंजाब के लिए कुछ नहीं दिया गया है। जालंधर का चमड़ा और खेल उद्योग डूब रहा है। स्वास्थ्य सुविधाओं का बुरा हाल है। रेलवे अंडर ब्रिज की कोई बात नहीं हुई। नशा इतना फैल चुका है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद कहा था कि आदमपुर एयरपोर्ट का नाम महर्षि वाल्मीकि के नाम पर रखा जाना चाहिए, लेकिन आज तक ऐसा नहीं किया गया। वही सांसद चन्नी ने सदन में सवाल उठाया कि केंद्र ने बजट में 32 लाख करोड़ की आय और 48 करोड़ रुपए का खर्च बताया है। 16 लाख करोड़ का घाटा होगा, इसकी बर्बादी तय है। भाजपा के लोग उस बर्बादी को सुनिश्चित कर रहे हैं। सांसद चन्नी ने सवाल उठाया कि केंद्र इस साल 14 लाख करोड़ रुपए का कर्ज लेने की बात कर रहा है, ऐसे में अगर वह हर साल कर्ज लेगा तो देश कहां जाएगा। यह देश का फाइनेंशियल इमरजेंसी है।
सांसद चन्नी ने सदन में मूसेवाला, अमृतपाल और किसानों का अहम मुद्दा चंद शब्दों में उठाया। चन्नी ने कहा कि देश में अघोषित आपातकाल है। गायक सिद्धू मूसेवाला की गोली मारकर हत्या कर दी गई, उनका परिवार आज भी न्याय के लिए भटक रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पंजाब में 20 लाख लोगों द्वारा सांसद चुने गए अमृतपाल सिंह पर एनएसए लगाकर उन्हें अंदर रखा गया है। वह यहां अपने क्षेत्र के लोगों की बात नहीं रख पा रहे हैं, यह एमरजेंसी है। उन्होंने किसानों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि अगर किसान अपने हक की बात करते हैं तो उन्हें खालिस्तानी कहा जाता है। किसानों को दिल्ली आने से रोका जा रहा है। सांसद चन्नी ने कहा कि पिछले 10 सालों में पेट्रोल की कीमत 23 रुपए और डीजल की कीमत 35 रुपए प्रति लीटर बढ़ गई। जबकि मनमोहन सिंह के समय से कच्चे तेल की कीमत में 20 डॉलर प्रति बैरल की कमी आई है। पेट्रोल बढ़ रहा है या कंपनियों की आय बढ़ रही है? गरीबों को लूटा जा रहा है। सांसद चन्नी ने सवाल उठाया कि 50 लीटर पेट्रोल भरवाने पर सरकार को 2000 रुपए का घाटा होता है। हर व्यक्ति यात्रा के लिए सरकार को 4 रुपए प्रति किलोमीटर दे रहा है। लेकिन सरकार 16 लाख करोड़ रुपए के घाटे में बैठी है। पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान व लुधियाना से सांसद अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने ड्रग्स का मुद्दा उठाया। वडिंग ने कहा कि राज्य सरकार का नेतृत्व आम आदमी पार्टी और संघ का भाजपा कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य भर में ड्रग्स की व्यापक उपलब्धता के लिए सरकार भी समान रूप से जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ पंजाब 425 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करता है और बीएसएफ, जिसका अधिकार क्षेत्र अब पंजाब की सीमा के अंदर 50 किलोमीटर तक है, अंतरराष्ट्रीय नशीली दवाओं की आपूर्ति को रोकने में भी विफल रही है।