जालंधर, 03 जुलाई (कबीर सौंधी) : चुनावों के आने पर वोट माँगने वाली कांग्रेसी प्रत्याशी से वेस्ट इलाक़े के लोग सवाल पूछने लग गए है, लोगों ने जालंधर में कांग्रेस सरकार के दौरान मात्र जालंधर में हुए क़रीब 800 करोड़ के स्मार्ट सिटी घोटाले के मामले में पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर को घेरा है। लोगों ने आरोप लगाया कि सुरेंद्र कौर तब सीनियर डिप्टी मेयर थी जालंधर में कांग्रेस के विधायक थे ओर सारा घोटाला नगर निगम की देखरेख में हुआ था पर सुरेंद्र कौर ने अपने ऊँचे पद पर होने के बावजूद घोटाले के खिलाफ क्यों नहीं उठाई ?
जालंधर वेस्ट के विकास के वायदे कर वोटरों को रिझाने का प्रयास कर रही कांग्रेस केंडीडेट सुरिन्द्र कौर तब क्यों चुप रही जब जालंधर को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए आए करोड़ों रूपए डकार लिए गए। जालंधर तो स्मार्ट सिटी नहीं बना… लेकिन कईयों को स्मार्ट होम बन गए… तब सुरिन्द्र कौर क्यों चप रही?
20 साल पार्षद रही, एक बार सीनीयर डिप्टी मेयर रही… तब अपने वार्ड या जालंधर वेस्ट हल्के का विकास क्यों नहीं कर पाई? अब तो सरकार भी नहीं है तो आज किए जा रहे विकास के वादे कैसे पूरा करेंगी? ऐसे कई सवाल जालंधर वेस्ट के लोग कांग्रेस और उनकी केंडीडेट सुरिन्द्र कौर से पूछ रही है।सर्वविदित है कि जालंधर वेस्ट में कांग्रेस ने पूर्व सीनीयर डिप्टी मेयर सुरिन्द्र कौर के चुनाव मैदान में उतारा है। 20 साल तक अपने घर से बाहर न निकलने और अपने वार्डों में झूठे चुनावी वायदे करने के कारण सुरिन्द्र कौर को जालंधर वेस्ट के लोगों का रोष झेलना पड़ रहा है। जिस एरिया में वे जाती हैं, वोटर बड़े-बड़े सवाल कर रहे हैं, जिनका जवाब नहीं है।
सुरिन्द्र कौर के कार्यकाल में मूलभूत सुविधाओं से वंचित रहे लोग
जालंधर वेस्ट के वोटर रणजीत कुमार ने कहा कि सुरिन्द्र कौर ने कभी भी ईलाके के लोगों की सार नहीं ली न ही ईलाके में पानी, सीवरेज, कूढ़े, सड़कें इत्यादि की समस्याएं दूर की।समस्याएं दूर करना तो दूर सही से सुनी भी नहीं। सुरिन्द्र कौर के कार्यकाल में ईलाके के लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित रहे।रणजीत कुमार का कहना है कि जब स्मार्ट सिटी के करोड़ों रूपए आए। कई हल्कों में करोड़ों रूपए से विकास कार्य हुए, तब सुरिन्द्र कौर को जालंधर वेस्ट की याद क्यों नहीं आई?
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में करोड़ों का घोटाला हुआ, तब भी वे चुप क्यों रही? रणजीत कुमार का कहना है कि सुरिन्द्र कौर अपने वोटरों की आवाज उठाने में सक्षम नहीं है।आज वे किन्ह कार्यों के नाम पर जनता से वोट मांग रही हैं। रणजीत का कहना है कि जालंधर वेस्ट के लोगों के लिए कोई एक काम गिना दे तो वोट मांगने की हकदार हैं।
हमनें तो चन्नी को बोल दिया… नहीं देंगे सुरिन्द्र कौर को वोट जैना नगर की महिला राज रानी ने कहा कि समझ से परे हैं कि वे ईलाके में किस नाम पर प्रचार कर रही हैं।महिला ने कहा कि वे कांग्रेसी परिवार है। लोकसभा चुनावों में सारे ईलाके में कांग्रेस केंडीडेट चरणजीत चन्नी को वोट दी। लेकिन सुरिन्द्र कौर को वोट नहीं करेंगे। राजरानी ने कहा कि जो नेता पब्लिक के वोटरों के दुःख का साथी नहीं है वे सुख में साथी क्यों बनाएं। राजरानी ने कहा कि हमने तो चन्नी को भी कह दिया है कि इन चुनावों में उन्हें वोट के लिए न कहें।
कोविड में सुरिन्द्र कौर ने सुध नहीं ली, अब क्यों…
उजाला नगर की महिला संतोष कुमारी ने किस्सा सुनाया कि कोविड के दौरान जब शहर क्या राज्य में सभी नेता अपनी पब्लिक के लिए दिन रात काम कर रहे थे, जरूरत की वस्तुएं घर घर पहुंचा रहे थे तो उस समय सुरिन्द्र कौर के महल के दरवाजे बंद हो गए थे। दरवाजे में एक छोटी सी खिड़की रखी थी। अगर ईलाके का कोई व्यक्ति मदद के लिए जाता तो उससे खिड़की से ही बात होती। शायद ही कोई ऐसा हो जिसे मदद मिली हो। संतोष कुमारी ने बताया कि कोरोना महामारी के समय वे पब्लिक के साथ नहीं चली तो अब वे उसे स्पोर्ट क्यों करें, वोट क्यों करें। सुरिन्द्र कौर कौन?
हरबंस नगर निवासी युवराज से जब पूछा गया कि वे किसे वोट करेंगे, सुरिन्द्र कौर, मोहिन्द्र भगत या शीतल अंगुराल को। युवराज ने हैरानी से पूछा कि सुरिन्द्र कौर कौन? जब उन्हें बताया गया कि सुरिन्द्र कौर कांग्रेस की केंडीडेट हैं तो युवराज ने कहा कि उन्होनें नाम ही पहली बार सुना है। युवराज ने कहा कि ईलाके में बहुत सी समस्याएं हैं। जिनकी और अब तक ध्यान नहीं दिया गया। लेकिन अब जैसे सीएम भगवंत मान खुद जालंधर वेस्ट में घूम रहे हैं, अब आस जगी है कि ईलाके की समस्याएं दूर होंगी। विकास होगा।