जालंधर, 23 जून (कबीर सौंधी) : पंजाब के जिला जालंधर की पश्चिम विधानसभा “आरक्षित” सीट पर 10 जुलाई को होने वाले उपचुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी की प्रत्याशी पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर सुरिंदर कौर ने आम आदमी पार्टी को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि पंजाब में लगभग पिछले ढाई साल से आम आदमी पार्टी की सरकार चल रही है, लेकिन इस दौरान वेस्ट विधानसभा जालंधर में नशा और बेरोज़गारी दिन-प्रति-दिन बढ़ती ही जा रही है। लेकिन सरकार इस मुद्दे पर खामोश बैठी हुई है, जबकि 2022 विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने पंजाब की जनता से यह वादा किया था कि यदि पंजाब में हमारी पार्टी की सरकार बनीं, तो हम पंजाब से नशा और बेरोज़गारी समाप्त कर देंगे। लेकिन अब सरकार इस मुद्दे से पीछे हटती नज़र आ रही है।
कांग्रेस पार्टी की उम्मीदवार सुरिंदर कौर का यह भी कहना है कि 2022 विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने पंजाब की जनता से यह भी वादा किया था कि यदि पंजाब में हमारी पार्टी की सरकार बनीं तो हम पंजाब में सभी मां-बहनों और बेटियां को एक हज़ार रुपए प्रति महीना देंगे, लेकिन पंजाब में सरकार को बनें हुए लगभग ढाई साल होने वाले हैं, लेकिन अभी तक पंजाब में किसी भी मां-बहन और बेटी को एक हज़ार रुपया महीना नही मिले। यह भी पंजाब की जनता से बहुत बड़ा धोखा हुआ है। यह पंजाब की जनता से बहुत बड़ा विश्वासघात किया है।
कांग्रेस प्रत्याशी सुरिंदर कौर का तो यह भी कहना है कि पंजाब में जब से आम आदमी पार्टी की सरकार बनीं है, तब से लेकर अब तक, ज़रुरतमंद लोगों के नीले कार्ड और पंजाब सरकार की शगुन स्कीम भी बन्द पड़ी है। मेरा मतलब “जरूरतमंद लड़कियों की शादी में शगुन स्कीम”। आम आदमी पार्टी का तो 2022 विधानसभा चुनाव में यह भी कहना था कि जैसे ही पंजाब में हमारी सरकार बनेंगी, तो हम बुजुर्गों की बुढ़ापा पेंशन और विधवा औरतों की पेंशन 1500 रुपए से बढ़ाकर 2500 रुपए महीना करेंगे, लेकिन सरकार ने ऐसा कुछ भी नहीं किया है। जिस कारण पंजाब की जनता में पंजाब सरकार के प्रति भारी रोष चल रहा है। ऐसे हालात में आम आदमी पार्टी किस मुंह से वोट मांगने जाएंगी। इसलिए उपचुनाव में आम आदमी पार्टी की हार निश्चित रूप से मुझे नज़र आ रही है।