जालंधर, 10 जून (धर्मेंद्र सौंधी) : प्रिंसिपल प्रोफेसर डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन के सक्षम, समर्पित और प्रतिबद्ध नेतृत्व के तहत, हंस राज महिला महाविद्यालय को पर्यावरण संरक्षण और स्थिरता में उत्कृष्ट योगदान को मान्यता देते हुए, 2024-25 के लिए जिला पर्यावरण पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान नेशनल एडुट्रस्ट ऑफ इंडिया द्वारा प्रदान किया गया।
प्रिंसिपल डॉ. अजय सरीन ने डीएवीसीएमसी के अध्यक्ष डॉ. पुनम सूरी और न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) एन.के. का आभार व्यक्त किया। सूद, स्थानीय समिति (एलसी) के अध्यक्ष, डीएवीसीएमसी और एलसी के अन्य सभी सलाहकारों के साथ, उनके अटूट समर्थन और मार्गदर्शन के लिए। प्रिंसिपल सरीन ने आगे कहा कि पर्यावरण संरक्षण और बहाली के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए आशियाना, आबो हवा, एचएमवी ईटीआरईई, पेपर रीसाइक्लिंग जैसी विभिन्न पर्यावरण पहल की गई हैं। उन्होंने एचएमवी हितधारकों को उनके लगातार समर्थन के लिए बधाई दी। परियोजना समन्वयक डॉ. अंजना भाटिया ने इस बात पर प्रकाश डाला कि एचएमवी का चयन संसाधन संरक्षण, रीसाइक्लिंग प्रयासों और पर्यावरण जागरूकता पहल सहित कई प्रमुख मापदंडों के आधार पर किया गया था।
नेशनल एडुट्रस्ट ऑफ इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी समर्थ शर्मा का कहना है कि एचएमवी ने पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने में उल्लेखनीय योगदान दिया है और स्थिरता की दिशा में उनके प्रयास वास्तव में सराहनीय हैं।