जालंधर, 22 मई (कबीर सौंधी) : जालंधर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश और राजस्थान में कांग्रेस सरकारों ने पुरानी पेंशन योजना लागू की है, जबकि अब केंद्र तथा पंजाब में कांग्रेस पार्टी की सरकारों बन्ने पर पुरानी पेंशन योजना लागू की जाएगी। उन्होंने कहा कि मौजूदा आम आदमी पार्टी सरकार ने दो बार कैबिनेट में पुरानी पेंशन योजना का प्रस्ताव पारित किया लेकिन इसके बावजूद इस योजना को लागू नहीं किया गया।
सरकार द्वारा बार-बार कर्मचारी यूनियनों को बुलाकर इस संबंध में बैठकें करके पुरानी पेंशन योजना लागू करने का वादा करने के बाद भी यह योजना लागू नहीं की गई।स.चन्नी ने कहा कि आज जहां भी मुख्यमंत्री प्रचार कर रहे हैं वहां कर्मचारी यूनियनों के नेताओं को हिरासत में लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिस मुख्यमंत्री को अपने कर्मचारियों पर भरोसा नहीं है, उसकी विश्वसनीयता क्या होगी।
चन्नी ने कहा कि सरकार ने सरकारी कर्मचारियों में अराजकता फैला दी है।उन्होने कहा कि केंद्र सरकार ने मुलाजिमों को 12 प्रतिशत डीए दिया है लेकिन पंजाब सरकार कर्मचारियों को डीए की किश्तें नहीं दे रही है।चन्नी ने कहा कि मुख्यमंत्री रहते उन्होने मुलाजिमों की मांगे मानी ओर मुलाजिमों को एक अच्छा माहोल दिया।अपनी रिहाइश पर पत्रकारों से बात करते हुए चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि कच्चे मुलाजिमों को पक्का करने के लिए उनकी सरकार के समय विधान सभा में कानून बनाया गया था पर मौजूदा सरकार द्वारा उस कानून की आगे पैरवाई करने की बजाए एक हलका कानून लाया गया जिसके कारण कच्चे मुलाजिम पक्के नहीं हो रहे है।
चन्नी ने कहा कि जब उनकी सरकार सत्ता में वापस आई तो इन मुलाजिमों को पक्का किया जाएगा।पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में चन्नी ने कहा कि जो मुख्यमंत्री फंड का सही इस्तेमाल नहीं करना जानता, उसे मुख्यमंत्री रहने का कोई अधिकार नहीं है।स. चन्नी ने जलंधर में आ रहे प्रधान मंत्री से कहा कि उन्हें यहां आकर बताना चाहिए कि पिछले 10 साल में उन्होने पंजाब ओर जलंधर को क्या दिया है।उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने पिछले 10 साल में पंजाब को कुछ नहीं दिया ओर जिस सरकार ने 10 सालों में कुछ नहीं दिया उससे आगे भी उम्मीद नहीं रखी जा सकती।
चन्नी ने कहा कि प्रधानमंत्री को यहां आकर बताना चाहिए कि वे पंजाब के किसानों को बर्बाद करके पंजाब को क्यों बर्बाद कर रहे हैं। प्रधानमंत्री को यह भी बताना चाहिए कि आदमपुर हवाई अड्डे का नाम श्री गुरु रविदास जी महाराज के नाम पर क्यों नहीं रखा गया जब कि यह पंजाब की विधान सभा का एक प्रस्ताव था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री गुरु रविदास जी महाराज और बाल्मीकि महाराज के विरोध में हैं। उन्होंने कहा कि जालंधर के उद्योग केंद्र सरकार की खराब नीतियों से पीड़ित हैं।चन्नी ने कहा कि प्रधानमंत्री अपने 10 साल की रिपोर्ट कार्ड लेकर आएं।