पानीपत, 14 मई (ब्यूरो) : लोकसभा चुनावों को लेकर नेताओं के पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टी में जाने का सिलसिला लगातार जारी है। वहीं चुनाव के बीच BJP को बड़ा झटका लगा है। दरअसल, पानीपत शहर से पूर्व भाजपा विधायक रोहिता रेवड़ी ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद वह कांग्रेस में शामिल हो गई हैं। रोहिता के साथ उनके परिवार ने भी रोहतक में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा व हरियाणा कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष उदयभान के नेतृत्व में कांग्रेस जॉइन की। रोहिता रेवड़ी का कहना है कि BJP में मुझे मान-सम्मान नहीं मिला। इस वजह से पार्टी छोड़ दी। उदयभान ने कहा कि रोहिता के आने से कांग्रेस को पानीपत में मजबूती मिलेगी।
रोहिता रेवड़ी वर्ष 2014 में भाजपा की टिकट से पानीपत शहरी सीट से विधायक चुनीं गई थीं। 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में उनकी टिकट काट दी गई। इसके लिए वह तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से भी मिली थीं। कोई संतोषजनक जवाब न मिलने की वजह से वह पार्टी से नाराज थीं। खास तौर से मनोहर लाल के प्रति उनकी नाराजगी ज्यादा ही थी। रोहिता के करीबियों के अनुसार, मनोहर लाल को रोहिता के पार्टी छोड़ने का आभास हो गया था। बताया जा रहा है कि सोमवार रात करीब पौने 12 बजे मनोहर लाल ने रोहिता रेवड़ी के पति सुरेंद्र रेवड़ी को कॉल की थी। उन्होंने रोहिता से भी बात करते हुए क्षेत्र में कार्यक्रम कराने की बात कही थी।
वहीं रोहिता के कांग्रेस में शामिल होने से अब करनाल लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। पानीपत भी इसी सीट में आता है। जहां रोहिता के भाजपा छोड़ने से उनके वोट बैंक में कमी आएगी। नायब सिंह सैनी मुख्यमंत्री बनने के प्रदेश के रूठे भाजपा नेताओं को मनाने में जुट गए थे। इसी कड़ी में करीब एक महीने पहले उन्होंने चंडीगढ़ में रोहिता रेवड़ी और उनके पति सुरेंद्र रेवड़ी से मुलाकात की थी। यह मुलाकात गुपचुप तरीके से हुई, जिसकी फोटो भी एक दिन बाद जारी की गई। इस मीटिंग में तय हुआ था कि रोहिता रेवड़ी लोकसभा चुनाव में करनाल सीट से लोकसभा उम्मीदवार मनोहर लाल खट्टर के लिए प्रचार करेंगी। इसके बाद जब रोहिता से बात की गई तो उन्होंने कहा था कि बेशक, हम साइलेंट थे, लेकिन विपक्षियों को जवाब मिल गया होगा। हम BJP में ही रहेंगे।