चंडीगढ़ (ब्यूरो) : आज सीफ़,(शैडयूल्ड कास्ट्स एकता एम्पोवेर्मेंट फ़ोरम) पंजाब ने चंडीगढ़ में पंजाब की प्रमुख दलित संस्थाओं के साथ एक अहम बैठक की। इस बैठक में प्रदेश के दलित भाईचारे से संबंधित अहम मुद्दों पर चर्चा की गई जिसमें पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप स्कीम, एससी एसटी सब-प्लैन और दलितों पर हो रहे अत्याचार और उनके शोषण जैसे मुद्दे अहम रहे। इस बैठक में प्रदेश के दलित समाज की माँगों को मनवाने के लिए समाज को एकजुट करने को लेकर भी विशेष रणनीति बनाई गई ।
इस दौरान प्रदेशभर से प्रमुख दलित संस्थाओं ने आज की बैठक में हिस्सा लिया इस बैठक की विशेषता यह रही कि इसमें प्रदेश की सभी 39 बिरादरीओ/समुदायों के संस्था प्रमुख एक प्लेटफार्म पर इकट्ठे हुए और यह फैसला लिया गया कि प्रदेश के दलित भाईचारे को न्याय दिलाने के लिए और उन पर हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए समूह दलित भाईचारे को साथ लिया जाएगा। आगामी दिनों में सीफ़ जोनल स्तर पर और फिर जिला स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करके दलित भाईचारे को एकजुट करेगी। इसी के तहत प्रदेश में पूरी टीम के गठन तक आगामी कार्यक्रमों और गतिविधियों को देखने के लिए कोर कमेटी का भी गठन किया गया जिसके संरक्षक पूर्व राजदूत श्री रमेश चंद्र (IFS) को नियुक्त किया गया तथा उनके साथ श्री परमजीत सिंह कैंथ, श्री जय सिंह,
सरदार संतोख सिंह गुमटाला, श्री सरबजीत कडियाना, एडवोकेट मोहित भारद्वाज, श्री राँझा बख्शी, श्री मंजीत सिंह बुट्टर कोर कमेटी सदस्य के नाते रहेंगे। आज की इस मीटिंग में प्रसिद्ध समाज सेवक डॉ. वरिंदर गर्ग, पूर्व राजदूत श्री रमेश चंद्र (IFS), पंजाब की दलित राजनीति का बड़ा चेहरा श्री अविनाश चंद्र, एस सी कमिशन पंजाब के पूर्व चेयरमैन श्री राजेश बाघा, बाल्मिक मज़हबी सिंह समाज से सरदार संतोख सिंह गुमटाला, श्री परमजीत सिंह कैंथ, श्री जय सिंह, एडवोकेट मोहित भारद्वाज, श्री राँझा बख्शी और श्री केवल आदिवाल ने संबोधित किया। इस दौरान श्री जसवीर मेहता, डॉ. जतिंदर बधन, चौधरी दविंदर सिंह, श्री रोहित सोनकर श्री अवतार सिंह, डॉ. शमशेर सिंह,
एडवोकेट आर एल सुमन, श्री यशपाल कुंडल, श्री जसपाल पंजग्राईं, श्री मंजीत सिंह बुट्टर, श्री सोहन सिंह, श्री सुखविंदर सिंह, श्री प्रदीप गब्बर, श्री दलिप सिंह, गुरमेल कौर, हरविंदर कौर, श्री प्रिंस, श्री जोगिंदर सिंह, श्री तरसेम लाल, श्री गुरमीत सिंह, श्री परविंदर सिंह, सरदार सरवन सिंह, सहित प्रदेश भर से दलित संस्थायों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।