जालंधर , 16 मार्च (कबीर सौंधी) : आज लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होगा। इसके लिए भारत निर्वाचन आयोग ने सभी तैयारी कर ली है। दोनों नए चुनाव आयुक्तों के कामकाज संभालते ही निर्वाचन आयोग ने लोकसभा और उसके साथ होने वाले चार राज्यों के विधानसभा चुनाव के कार्यक्रमों को घोषित करने का एलान कर दिया है।
आज यानि शनिवार दोपहर तीन बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव की तारीखों का एलान किया जाएगा। माना जा रहा है कि 2019 की तरह 2024 का लोकसभा चुनाव भी सात चरणों में होंगे। वहीं, पंजाब में आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच जंग तेज हो गई है। क्योंकि यहां सत्तारूढ़ AAP के कई विधायक और कुछ बड़े नेताओं के बारे में चर्चा है कि वे भाजपा में जा सकते हैं।
माना जा रहा है कि 2019 की तरह 2024 का लोकसभा चुनाव भी सात चरणों में होंगे। इस दौरान पहले चरण में पश्चिम उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना सहित पूर्वोत्तर के राज्यों के चुनाव हो सकते है। दिल्ली में इस बार तीसरे या चौथे चरण में चुनाव हो सकता है। 2019 में दिल्ली में छठे चरण में चुनाव हुए थे। पंजाब में सबसे आखिरी चरण में चुनाव के कयास लगाए जा रहे हैं।
इन राज्यों के विधानसभा चुनाव की तारीखों का होगा एलान
लोकसभा चुनाव के साथ-साथ चार राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों की तारीखों की भी घोषणा की जाएगी। अरुणाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और सिक्किम में अप्रैल और मई में मतदान होने की संभावना है। इसे लेकर भी चुनाव आयोग ने तैयारी की है।
पंजाब में मचा सियासी तूफान
पंजाब की राजनीति में तूफान मचा हुआ है। सियासी गलियारे में चर्चा है कि आम आदमी पार्टी के कई नेता भाजपा ज्वाइन कर सकते हैं। इसके साथ ही अंदरखाते AAP के कई विधायक भाजपा को मदद करेंगे। फिलहाल ये कयासबाजी है। उधर, देश में AAP के मात्र एक सांसद सुशील रिंकू के भाजपा में जाने की कई तरह की अफवाहे हैं।
सुशील रिंकू क्या भाजपा में जाएंगे?
जालंधर से AAP सांसद सुशील रिंकू 6 महीने पहले कांग्रेस छोड़ कर AAP में आए थे। सुशील रिंकू कांग्रेस में जालंधर वेस्ट हलके से विधानसभा चुनाव लड़ा था, जो हार गए थे। उसके बाद जालंधर में सांसद संतोख चौधरी के निधन के बाद उप चुनाव हुआ तो सुशील रिंकू कांग्रेस छोड़ AAP में आए और सांसद का चुनाव लड़कर जीत गए।
एक बार फिर से सुशील रिंकू को लेकर दल बदलने की चर्चाएं तेज हो गई हैं। कई सियासी पंडित बताते हैं कि ये महज सुशील रिंकू को कमजोर करने की साजिश है। ये साजिश कोई और नहीं, बल्कि AAP के कुछ नेता कर रहे हैं। क्योंकि कांग्रेस छोड़ AAP आकर सांसद बनने के बाद कई आप नेताओं से रिंकू की बिगड़ गई है।
सियासी गलियारे में चर्चा यह भी है कि सुशील रिंकू की कई भाजपा नेताओं के साथ बात चल रही है। रिंकू के अयोध्या और काशी जाने पर चर्चा यह छिड़ गई कि रिंकू की काशी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खास नेताओं के साथ मीटिंग भी हुई है। अब देखना यह है कि ये कयासबाजी कितना सच है।