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जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय ड्रग कारोबार गिरोह का किया भंडाफोड़, 5 किलो अफीम सहित 3 गिरफ्तार

एक अंतरराष्ट्रीय कुरियर सेवा के माध्यम से दवाओं को 4 अलग-अलग देशों में पहुंचाया गया था

जालंधर, 03 मार्च (कबीर सौंधी) : पुलिस आयुक्त स्वपन शर्मा के नेतृत्व में जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग गिरोह का भंडाफोड़ किया जो कुरियर एजेंसी के माध्यम से चार देशों में दवाओं की तस्करी कर रहा था। पुलिस ने पांच किलोग्राम अफीम के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया। 

इस संबंध में जानकारी देते हुए पुलिस आयुक्त ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि इस रैकेट में कई लोग पिछले तीन साल से सक्रिय हैं और करीब दो क्विंटल अफीम विदेश भेज चुके हैं। उन्होंने कहा कि पता चला है कि जालंधर का मनीष उर्फ मनी ठाकुर इस कार्टेल का लीडर है और यूके में रहता है।  स्वपन शर्मा ने बताया कि जांच के दौरान यह बात सामने आई है कि झारखंड से होशियारपुर और जालंधर के कुरियर संचालकों को अफीम भेजी जाती थी और फिर इसे विदेशों में भेजा जाता था। 

पुलिस आयुक्त ने कहा कि जांच के आधार पर, पुलिस ने होशियारपुर से अमन को गिरफ्तार किया, जो दो मोबाइल शोरूम चलाता है क्योंकि वह झारखंड से अफीम की डिलीवरी के लिए प्वाइंट मैन था और उसने होशियारपुर में एक पॉश कॉलोनी में एक आलीशान घर बनाया है।  इसी प्रकार, उन्होंने बताया कि पुलिस ने जालंधर निवासी सन्नी को भी गिरफ्तार किया है, जिसकी अपनी कुरियर कंपनी है और वह विभिन्न वजन और मात्रा में अफीम को पैक करने का काम करता था।  श्री स्वपन शर्मा ने कहा कि अंतिम प्राप्तकर्ता का विवरण और पता होशियारपुर के टांडा निवासी शेजल द्वारा प्रदान किया गया था, जो एक कुरियर सेवा भी चलाता है, और उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है। 

पुलिस कमिश्नर ने बताया कि पुलिस ने इनके पास से 5 किलो अफीम भी बरामद की है।  उन्होंने बताया कि ये तीनों अंतरराष्ट्रीय कुरियर सेवा के जरिये ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका में अफीम भेजते थे। श्री स्वपन शर्मा ने कहा कि यह कार्टेल पिछले तीन वर्षों से सक्रिय है और इसमें सीधे तौर पर शामिल आठ लोगों की पहचान की गई है। 

पुलिस आयुक्त ने कहा कि पहचाने गए और गिरफ्तार किए गए सभी अपराधी सफेदपोश नौकरियां कर रहे हैं जिन्होंने पिछले तीन वर्षों में बड़ी संपत्ति अर्जित की है।  उन्होंने कहा कि अंतिम प्राप्तकर्ता के लगभग 300 पतों का पता लगाया गया है और अंतरराष्ट्रीय कुरियर सेवा की प्रत्यक्ष संलिप्तता की आगे की जांच चल रही है। स्वप्न शर्मा ने आगे कहा कि दिल्ली में सीमा शुल्क विभाग और भारतीय डाक अधिकारियों की भूमिका की भी जांच चल रही है।

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