जालंधर, 10 फरवरी (कबीर सौंधी) : लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी दलों में गठबंधन की खबरें अक्सर आती रहती हैं। इन्हीं खबरों में से एक खबर अकाली-भाजपा गठबंधन को लेकर सामने आ रही है। सूत्रों के अनुसार दोनों दलों में गठबंधन लगभग तय है और जल्द ही इसकी घोषणा की जा सकती है। अगर गठबंधन होता है तो पंजाब की 13 सीटों पर दोनों दलों के संयुक्त प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे और दोनों का एक साथ कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को नुकसान कर सकता है।
सूत्रों के अनुसार शिअद के प्रधान सुखबीर बादल 11 या 12 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात करेंगे। प्रधानमंत्री से मुलाकात से पहले शिअद प्रधान की मुलाकात अमित शाह से होगी। इसमें ही लोक सभा में सीटों का फॉर्मूला तय हो जाएगा। वहीं, राज्य में पंजाब बचाओ यात्रा निकाल रहे सुख बादल की यह यात्रा 11 और 12 को नहीं होगी। अकाली दल पंजाब में लड़ने के लिए 8 सीटें मांग रहा है और भाजपा को 5 सीटें दे रहा है। हालांकि इस फार्मूले पर मंथन होना है और उसके बाद ही आगे सकारात्मक बात चलेगी।
भाजपा ने भी इस बात के संकेत देने शुरू कर दिए है। भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष शुक्रवार को चंडीगढ़ पहुंचे। उन्होंने भी गठबंधन को लेकर भाजपा नेताओं की नब्ज को टटोला। वहीं, सरकार ने हरियाणा में होने वाली हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी (एचएसजीपीसी) के चुनाव को भी टाल दिया। इससे पहले शिअद 9 और भाजपा 3 सीटों पर चुनाव लड़ती थी। सुखबीर बादल 11-12 फरवरी को अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात कर सकते है और 16 फरवरी को भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से पहले गठबंधन की घोषणा हो सकती है। नई दिल्ली में भाजपा की 16 फरवरी को राष्ट्रीय कार्यकारिणी व 17-18 फरवरी को नेशनल काउंसिल की बैठक होनी है। इससे पहले ही भाजपा अन्य पार्टियों के अलावा शिअद के साथ गठबंधन करने की घोषणा कर सकती है।