जालंधर, 11अक्तूबर (कबीर सौंधी) : शिव सेना अखंड भारत की ओर से जालंधर के एडीसी वरिंदर सिंह बाजवा को महामहिम राष्ट्रपति के नाम पर एक ज्ञापन दिया गया जिसमें पुलिस प्रशासन के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की गई है जिसने शिव सेना अखंड भारत के सदस्यों को जालंधर के श्री राम चौक पर आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू का पुतला दहन करने की अनुमति नहीं दे कर भारत के लोगों की शांति पूर्वक विरोध प्रदर्शन करने के अधिकार का हनन किया है। ज्ञापन में शिव सेना अखंड भारत के राष्ट्रीय चेयरमैन कपिल वर्मा, प्रदेश अध्यक्ष चंद्र प्रकाश चांद एवं सभी सदस्यों ने बताया कि उन्होंने 12 अक्टूबर को जालंधर के श्री राम चौक पर आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू का पुतला दहन करने का कार्यक्रम रखा था तथा इसकी मंजूरी के लिए उन्होंने जालंधर के डीसी को मांग पत्र दिया था।
जिन्होंने उनके मांग पत्र को आगे जालंधर के पुलिस प्रशासन के पास भेज दिया। लेकिन शिव सेना अखंड भारत के सदस्यों को उस समय बहुत हैरानी हुई जब एडीसीपी ने उन्हें माहौल खराब होने का हवाला देते हुए मंजूरी देने से मना कर दिया। शिव सैनिकों ने महामहिम राष्ट्रपति से पूछा है कि यदि भारत में भारत के प्रधानमंत्री,राज्य के मुख्यमंत्री या किसी अन्य मंत्री का पुतला दहन करने की अनुमति मिल सकती है तो क्या आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू का पुतला दहन करने की अनुमति नहीं मिल सकती? कपिल वर्मा ने कहा कि गुरपतवंत सिंह पन्नू कोई राष्ट्रवादी या संत महात्मा नहीं है और न ही वह देश के प्रधानमंत्री से ऊपर है कि जिसके विरुद्ध पुतला दहन प्रदर्शन नहीं हो सकता। शिव सैनिकों ने कहा कि गुरपतवंत सिंह पन्नू जो लगातार भारत को तोड़ने का प्रयास कर रहा है और खालिस्तान बनाने की आड़ में युवाओं को आतंकवाद के रास्ते पर उकसा रहा है। उसका शिव सेना अखंड भारत कड़ा विरोध करती है।
शिव सैनिकों ने महामहिम राष्ट्रपति से पूछा है कि यदि भारत सरकार गुरपतवंत सिंह पन्नू की सम्पत्ति जब्त कर सकती है और तब माहौल नहीं बिगड़ता तो शिव सैनिकों द्वारा उसका पुतला दहन करने से माहौल कैसे बिगड़ सकता है और यदि पुलिस को ऐसा लगता है कि शिव सैनिकों द्वारा पुतला दहन करने से माहौल बिगड़ सकता है तो फिर पुलिस क्या केवल लोगों के चलान काटने के लिए रखी गई है। चंद्र प्रकाश चांद ने कहा यदि पुलिस देश के नागरिकों को आतंकवादियों से सुरक्षा नहीं दिलवा सकती तो ऐसे पुलिस अधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखाया जाए और जांबाज अधिकारीयों को पुलिस में भर्ती किया जाए। शिवसेना अखण्ड भारत के राष्ट्रीय प्रमुख अजय मेहता जी से विचार विमर्श करके आगे की रणनीति तैयार की जायेगी। इस मौके पर अरुण वर्मा, चंदर प्रकाश, विनय हंस, राहुल आहुजा, मुनीष कुमार, सन्नी इत्यादिभी उपस्थित थे।