जालंधर, 11 अक्तूबर (धर्मेंद्र सौंधी) : पी.सी.एम.एस.डी. कॉलेज फॉर वूमेन, जालंधर के महिला सशक्तिकरण सेल ने अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया। इस अवसर पर राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता और प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता श्री सुरिंदर सैनी दिन के वक्ता थे। वह यूनिसेफ, पंजाब के पर्यवेक्षक हैं और जालंधर वेलफेयर सोसाइटी नामक एनजीओ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी भी हैं। उन्होंने बालिकाओं पर अपना प्रवचन दिया और कन्या भ्रूण हत्या की घोर निंदा की। उनका मानना था कि कन्या भ्रूण हत्या से न केवल लिंग अनुपात में गिरावट आती है, बल्कि सामाजिक असमानता भी बढ़ती है। इसके परिणाम दूरगामी हैं, जो न केवल महिलाओं पर बल्कि पूरे समाज पर प्रभाव डाल रहे हैं।
यह महिलाओं को उनके जीवन के अधिकार से वंचित करता है और एक ऐसा वातावरण बनाता है जहां उन्हें हिंसा और भेदभाव का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने महिलाओं की भलाई के लिए स्वच्छता बनाए रखने पर भी जोर दिया क्योंकि इससे जुड़ी वर्जनाओं को तोड़ना जरूरी है। उन्होंने कहा कि खुली और ईमानदार चर्चाएं विषय को सामान्य बनाने और महिलाओं के लिए एक सहायक माहौल बनाने में मदद कर सकती हैं। उन्होंने विद्यार्थियों एवं अध्यापकों को कन्या भ्रूण हत्या के विरूद्ध प्रतिज्ञा भी दिलाई। उल्लेखनीय है कि उनके कुशल संरक्षण में लगभग 1300 आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया गया है। इस आयोजन का उद्देश्य दुनिया भर में लड़कियों के सामने आने वाली चुनौतियों और शिक्षा और अन्य जगहों पर लैंगिक समानता के महत्व के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देना है।
यह दिन वास्तव में एक अनुस्मारक है कि लड़कियों को सशक्त बनाना केवल एक दिन का मामला नहीं है बल्कि एक सतत यात्रा है जिसके लिए हमारे सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है। महिला सशक्तिकरण सेल और प्रभारी श्रीमती कवलजीत कौर के प्रयासों के कारण यह आयोजन सफल साबित हुआ। अध्यक्ष श्री नरेश बुधिया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री विनोद दादा, प्रबंध समिति के अन्य सदस्य और प्राचार्य प्रो. (डॉ.) पूजा पराशर ने इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए बधाई दी , जिसने उपस्थित सभी लोगों पर गहरा प्रभाव छोड़ा एवम इस उद्देश्य के प्रति कॉलेज की तरफ से लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण की प्रतिबद्धता की पुष्टि भी की । डॉ. सुगंधी भंडारी, श्रीमती शिखा पुरी और सुश्री दीनाक्षी महेंद्रू भी इस कार्यक्रम में शामिल थी ।