कहा : पंजाबियों ने शिक्षकों और पटवारियों को केजरीवाल की रैली में लाने-ले जाने को मजबूर करने के बावजूद इस प्रचार के स्टंट से दूर रहना चुना
कहा : पर्यटन के जाने-माने अदारों द्वारा इसे नजरअंदाज करने से सरकार को पर्यटन शिखर सम्मेलन को दो दिनों में पूरा करने के लिए मजबूर होना पड़ा
तलवंडी साबो, 15 सितंबर (सुरेश रहेजा) : शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज मुख्यमंत्री भगवंत मान की मेरिटोरियस स्कूल कार्यक्रम को दोबारा शुरू करने का दिखावा करने की आलोचना करते हुए बताया कि कल अमृतसर में आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल द्वारा संबोधित रैली में लोगों को लाने के लिए शिक्षकों को कंडक्टर के रूप में काम करने के लिए मजबूर करके उनका अपमान किया गया।
यूथ अकाली दल के अध्यक्ष सरबजीत सिंह झिंझर द्वारा आयोजित यूथ मिली कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अकाली दल अध्यक्ष ने कहा,‘‘ 750 बसों की व्यवस्था करके लोगों को रैली की जगह तक पहुंचाने के लिए शिक्षकों और यहां तक पटवारियों का उपयोग करने के बावजूद पंजाबियों ने इस रैली से दूर रहने का विकल्प चुना, जिसके परिणामस्वरूप खाली पंडाल और समाज के विभिन्न वर्गों द्वारा व्यापक विरोध प्रदर्शन किया गया, जिन्हे इस जनविरोधी सरकार ने धोखा दिया है’’।
सरदार बादल ने कि जिस तरह से सिर्फ एक स्कूल आॅफ एमिनेंस खोलने के लिए करोड़ों रूपये बर्बाद किए जाने की निंदा करते हुए कहा, ‘‘ सरदार परकाश सिंह बादल की अगुवाई वाली अकाली सरकार ने 2014 में दस मेरिटोरियस स्कूल स्थापित किए थे, इनमें 18 हजार छात्र उतीर्ण हुए। इन संस्थानों में 1110 छात्र विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में उतीर्ण हुए हैं इनमें से 7535 छात्रों के नाम जारी किए गए हैं। अब इस सरकार ने नाम बदलने की कवायद के अलावा कुछ नही किया है और इसका श्रेय अरविंद केजरीवाल को देने के प्रचार के अलावा कुछ भी नही किया है’’।
यह कहते हुए कि आप पार्टी की सरकार मेरिटोरियस स्कूलों को फलने-फूलने नही दे रही है, सरदार बादल ने कहा, ‘‘ मेस डाइट को 180 रूपये से घटाकर 79 रूपये कर दिया गया है, जबकि सरकार द्वारा सीटे भरने के लिए दूसरा काउंसलिंग सत्र आयोजित करने में विफल रहने पर 965 सीटें खाली रह गई हैं’’। उन्होने यह भी बताया कि स्कूल आॅफ एमिनेंस सोसायटी के अध्यक्ष होने के बावजूद मुख्यमंत्री सोसायटी के कामकाज की समीक्षा के लिए कोई भी मीटिंग आयोजित करने में विफल रहे हैं।
अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि आप सरकार प्रचार स्टंट करने के अलावा कुछ नही कर रही है। उन्होने कहा, ‘‘ बहुप्रचारित पर्यटन शिखर सम्मेलन पूरी तरह फ्लाॅप रहा’’। उन्होने कहा कि सरकार को तीन दिवसीय कार्यक्रम को दो दिनों में समाप्त करने के लिए मजबूर होना पड़ा, क्योंकि उसे पर्यटन क्षेत्र से कोई प्रतिक्रिया नही मिली। उन्होने कहा, ‘‘ शिखर सम्मेलन में कोई भी बड़ा पर्यटन खिलाड़ी नही आया’’। उन्होने कहा कि इस शिखर सम्मेलन में भी सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री सरदार परकाश सिंह बादल द्वारा परिकल्पित और स्थापित पर्यटन प्रोजेक्टों का प्रदर्शन किया और एक भी नया प्रोजेक्ट नही ला सकी।
आम आदमी पार्टी द्वारा समाज के सभी वर्गों को धोखा दिया जा रहा है, कहते हुए सरदार बादल ने कहा, ‘‘ सरकार ने अकाली दल द्वारा मुफ्त दी जा रही 200 यूनिटों से मुफ्त बिजली की सुविधा को बढ़ाकर 300 कर दिया, लेकिन इस प्रक्रिया में इसने विभिन्न कल्याणकारी उपायों को रोक दिया है। जिसमें आटा-दाल, शगुन, पेंशन योजना, एस.सी छात्रवृत्ति योजना, मुफ्त साइकिल , खेल किट और जिम शामिल है। किसानों पर डीजल पर अतिरिक्त बोझ डाला गया , जबकि बिजली की दरों में भारी बढ़ोतरी की गई है, जिसका औद्योगिक क्षेत्र पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है’’।
सरदार बादल ने यह कहते हुए कि पंजाबी इस ‘बदलाव’ को देख रहे हैं और वे निश्चित रूप से लुटेरों, धोखेबाजों और घोटालेबाजों की इस सरकार को करारा जवाब देंगें। सरदार बादल ने किसानों को 186 करोड़ रूपये का मामूली मुआवजा जारी करके उन्हे विफल करने के लिए आप सरकार की निंदा की। उन्होन कहा कि जुलाई में आई बाढ़ में 10 हजार करोड़ रूपये का नुकसान हुआ था। उन्होने आप के मंत्रियों और विधायकों को ड्रग माफिया से महीना लेने का आरोप लगाया, जिससे पूरी पीढ़ी को खतरा है।
यूथ अकाली दल के अध्यक्ष सरबजीत सिंह झिंझर ने नौजवानों से अकाली दल के बैनर तले एकजुट होने की अपील की ताकि आप सरकार को उनसे किए गए वादों को पूरा करने के लिए मजबूर किया जा सके। इस अवसर पर पूर्व विधायक जीत मोहिंदर सिंह सिद्धू, बठिंडा ग्रामीण के बलकार सिंह बराड़ और तलवंडी साबो के युवा नेता गुरबाज सिंह सिद्धू ने भी संबोधित किया।