जालंधर, 09 सितंबर (कबीर सौंधी) : मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी नजदीक लम्मां पिंड चौक में श्री शनिदेव महाराज के निमित्त श्रृंखलाबद्ध हवन का आयोजन मंदिर परिसर में किया गया। मां बगलामुखी धाम के संचालक एवं संस्थापक नवजीत भारद्वाज ने बताया कि पिछले 11 वर्षों से श्री शनिदेव महाराज के निमित्त हवन यज्ञ जो कि नाथां बगीची जेल रोड़ में हो रहा था इस महामारी के कारण वश अल्पविराम आ गया था अब यह हवन पिछले लगभग 28 महीने से मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी में आयोजित किया जा रहा है। इससे पहले वैदिक रीति अनुसार गौरी गणेश, नवग्रह, षोडशोपचार, कलश, पूजन उपरान्त ब्राह्मणों ने मुख्य यजमान ठाकुर बलदेव सिंह से हवन यज्ञ में आहुतियां डलवाई ।
इस सप्ताह शनिदेव महाराज जी के जप उपरांत मां बगलामुखी जी के निमित्त भी माला मंत्र जाप एवं हवन यज्ञ में विशेष रूप आहुतियां डाली गई। हवन-यज्ञ की पूर्णाहुति के उपरांत नवजीत भारद्वाज ने आए हुए भक्तों से अपनी बात कहते हुए कहा कि सदैव याद रखें कि सत्य व न्याय का जो साथ दे वो कभी हार नहीं सकता। क्योंकि स्वयं शनिदेव उनके साथ होते हैं। हमें बहुत से प्रसंगों में सिखाया गया है कि किसी को परेशान यानी उत्पीड़ित करना, आतंक व सहज, सरल सज्जनों का अपमान व दमन करना कभी किसी के लिए शुभ नहीं होता। चाहे वो कितना ही धनी, बलवान या प्रतिष्ठित ही क्यों ना हो उसका पतन अवश्य ही होता है।
नवजीत भारद्वाज ने बताया कि हमारे शनिदेव तो ऐसे हैं जो शरण में आए हर व्यक्ति का उद्धार करते हैं। चाहे वो शत्रु ही क्यों ना हो। उन्होने कहा कि परमात्मा और आत्मा हमारे अंदर विद्यमान है, लेकिन अहंकार रूपी दीवार हमें उन तक नहीं पहुंचने देती है। अहंकार को समाप्त करने के लिए हमें शनिदेव महाराज का सिमरन करना चाहिए। शरीर पर बाहर की बीमारी को तो हम स्वयं ढूंढ लेंगे, लेकिन अंदर की बीमारी को ढूंढने के लिए हमें चिकित्सक के पास जाना होगा और स्वयं प्रयत्न करना होगा तथा जिस प्रकार अंधेरे वाले कमरे में बत्ती जगाने से प्रकाश हो जाता है, उसी तरह मन की बत्ती को जगाने से परमात्मा की प्राप्ति होती है। इसके लिए हमें स्वयं प्रयत्न करना होगा। उन्होंने कहा कि सबका मालिक एक है, लेकिन हम मनुष्यों ने उस मालिक को अलग-अलग धर्मों में बांट दिया। मालिक ने इंसान को बनाया है, लेकिन इंसान ने अपने-अपने रास्ते अलग अलग बना लिए। सेवा शनि महाराज को पाने के लिए वातावरण बनाना है, जिससे मन में नम्रता आती है और भक्ति से जुड़ने में आसानी होती है।
इस अवसर पर राकेश प्रभाकर, रमन दीप,बावा जोशी, एडवोकेट राज कुमार, अशोक शर्मा ,समीर कपूर, दिशांत शर्मा, जसविंदर सिंह,अश्विनी शर्मा, अजीत कुमार, जसप्रीत सिंह, अभिषेक भनोट,संजीव शर्मा, संजीव सांविरया, मुनीश शर्मा, पंकज,बावा खन्ना,भानू मल्होत्रा,करन भार्गव,उदय, रिंकू सैनी, सुनील कुमार, राहुल धीर,बावा हलचल, पप्पू चौधरी,करन वर्मा, राजेश महाजन, संजीव शर्मा, नवदीप, अभिलक्षय चुघ,मानव शर्मा, राजीव, दिशांत शर्मा,दिशांत शर्मा, राकेश, ठाकुर बलदेव सिंह, लक्की, सुनील जग्गी,प्रिंस, डॉ गुप्ता,पंकज, प्रवीण सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। आरती उपरांत प्रसाद रूपी लंगर भंडारे का भी आयोजन किया गया।