मुंबई, 02 सितंबर (ब्यूरो) : मध्य महाराष्ट्र के जालना जिले में मराठा आरक्षण के लिए चल रहा विरोध प्रदर्शन शुक्रवार को हिंसक हो गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया। इसके बाद कम से कम एक दर्जन पुलिस अधिकारी घायल हो गए। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने धुले-सोलापुर रोड पर अंतरवाली सारथी गांव में भीड़ पर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे।
इसके बाद लोगो का गुस्सा और प्रदर्शन लगातार बढ़ता जा रहा है। संभाजी नगर में भी देर रात लोगो ने बस स्टैंड पर खड़ी बसों में आग लगा दी। वहीं जालना और बीड में बंद का ऐलान किया गया है। जालना औरंगबाद हाईवे पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। लोगों के द्वारा हाईवे पर टायर जालना शुरू कर दिया गया है।
ग्रामीणों ने यह भी दावा किया कि पुलिस ने हवा में कुछ राउंड फायरिंग की, लेकिन अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं की। भीड़ द्वारा राज्य परिवहन की बसों सहित कई वाहनों में आग लगा दी गई और तोड़फोड़ की गई। बता दें कि मनोज जरांगे के नेतृत्व में प्रदर्शनकारी मंगलवार से गांव में मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर भूख हड़ताल कर रहे थे। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और घोषणा की कि हिंसा की उच्च स्तरीय जांच के लिए एक समिति गठित की जाएगी।