जालंधर, 25 अगस्त (धर्मेंद्र सौंधी) : ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोतों की शक्ति का पता लगाने और उसका जश्न मनाने के लिए एचएमवी कॉलेजिएट सीनियर सेकेंडरी स्कूल में अक्षय ऊर्जा दिवस का आयोजन किया गया। प्रिंसिपल प्रोफेसर डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन के कुशल नेतृत्व में स्कूल। यह दिन पूर्व प्रधान मंत्री श्री राजीव गांधी के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है और इस आयोजन का उद्देश्य जीवन के सभी क्षेत्रों में नवीकरणीय ऊर्जा उपकरणों और प्रणालियों की आवश्यकता, लाभ और उपयोग के बारे में व्यापक जागरूकता पैदा करना और लोकप्रिय बनाना है। कार्यक्रम की शुरुआत दिव्य कृपा फैलाने के लिए दीप प्रज्ज्वलन के साथ की गई। ग्रीन चैंपियन अवार्डी डॉ. अजय सरीन ने युवा शिक्षार्थियों को अक्षय ऊर्जा दिवस की शुभकामनाएं दीं और उन्हें पर्यावरण के प्रति विचारशील रहने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने “ऊर्जा बचाएं और पृथ्वी को हरा-भरा बनाएं” नारा दिया और ऊर्जा संसाधनों का उपयोग करते समय अत्यधिक सचेत रहने पर जोर दिया। वह प्रत्येक छात्र को ऊर्जा संसाधनों का विवेकपूर्ण तरीके से उपयोग करने के लिए प्रेरित करती है और कहती है कि एचएमवी में वैकल्पिक ऊर्जा संसाधनों को बहुत ध्यान में रखा जाता है जैसे कि सौर जनरेटर, सौर प्रकाश, सौर गीजर, वर्षा जल संचयन इकाई और रीसाइक्लिंग पेपर मशीन का उपयोग ऊर्जा की बर्बादी को कम करने के उद्देश्य से किया जाता है। संसाधन ताकि इन्हें भावी पीढ़ी के लिए बचाया जा सके। उन्होंने यह कहकर अपनी बात समाप्त की कि किसी भी राष्ट्र की प्रगति ऊर्जा संसाधनों के बुद्धिमानीपूर्वक उपयोग पर निर्भर करती है। स्कूल समन्वयक डॉ. सीमा मारवाहा ने छात्रों और सभी संकाय सदस्यों को बधाई दी और बताया कि हवा, पृथ्वी और पानी मानव जाति के लिए सबसे अनमोल वरदान हैं और उनका संरक्षण करना और बुद्धिमानी के साथ उनका उपयोग करना हमारा कर्तव्य है क्योंकि वे कहीं बेहतर नवीकरणीय हैं। पारंपरिक ऊर्जा संसाधनों की तुलना में संसाधन जो समाप्त हो जाते हैं और उनकी पूर्ति में लाखों वर्ष लग जाते हैं। उन्होंने छात्रों से कहा कि वे हमेशा प्रकृति के संरक्षण पर ध्यान केंद्रित करें ताकि हम अपनी पृथ्वी को हरा-भरा और स्वच्छ बना सकें।
सीनियर सेकेंडरी कक्षाओं के विद्यार्थियों ने पोस्टर एवं मॉडल मेकिंग प्रतियोगिताओं में बड़े उत्साह से भाग लिया। उल्लेखनीय मॉडल बनाकर ऊर्जा के विभिन्न स्रोतों का प्रतिनिधित्व किया गया। विद्यार्थियों ने स्टिल मॉडल के साथ-साथ वर्किंग मॉडल भी तैयार किए। उनके आकर्षक मॉडल जैसे जल मुक्त ऊर्जा, पवन चक्की ऊर्जा, वर्षा जल से संचयन, समुद्री लहर बिजली जनरेटर, कृषि खेती कार्य मॉडल आदि को सराहना मिली। निर्णय योग्य न्यायाधीशों द्वारा प्रदान किया गया – रसायन विज्ञान विभाग की प्रमुख डॉ. नीलम शर्मा, वनस्पति विज्ञान विभाग की प्रमुख डॉ. अंजना भाटिया और डीन इनोवेशन एंड रिसर्च, श्रीमती सलोनी शर्मा, भौतिकी विभाग की प्रमुख और सुश्री वंदनासेठी। मॉडल मेकिंग प्रतियोगिता में अशमीत और सानवी ने प्रथम, कशिश ने द्वितीय, कृतिका ने तृतीय और रितिका ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया। पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में भावना ने प्रथम, खुशी ने द्वितीय, साइमन ने तृतीय स्थान प्राप्त किया तथा सांत्वना पुरस्कार हिमानी व मुस्कान को दिया गया। एसएससी 2 मेडिकल की किरणजीत ने ऊर्जा संसाधनों और इसके संरक्षण पर अपने सशक्त विचार साझा किए जो आज के समय की परम आवश्यकता है। उनके विचारों से वहां उपस्थित सभी विद्यार्थियों को एक अंतर्दृष्टि प्राप्त हुई। ‘मंच का संचालन किमी ने किया। अश्मीत और किमी. किरणजीत सराहनीय। समारोह में सभी शैक्षणिक एवं गैर-शिक्षण सदस्य उपस्थित थे।